पाठ ५ – गोवा : जैसा मैंने देखा
‘गोवा’: जैसा मैने देखा’ यह एक यात्रा वृत्तांत है। प्रस्तुत पाठ के माध्यम से लेखक ने गोवा की जीवनशैली एवं वहाँ की खूबसूरती का बहुत ही सुंदर वर्णन किया है। गोवा खूबसूरत रेतीले तट, महंगे होटल एवं जीवनशैली के लिए प्रसिद्ध है। लेखक अपने परिवार के साथ गोवा घूमने गए थे। लेखक दक्षिण गोवा के बेनालियम रिसॉर्ट में ठहरे थे। शाम होते ही वे ‘बेनालियम बीच के समुद्री किनारे पर टहलने के लिए गए। वहाँ से समुद्र की खूबसूरती देखकर लेखक फूले न समाए। यह बीच रेतोला तथा उथला था। यह बीच मछुआरों को पहली पसंद है। इस बीच पर घूमते-घूमते जैसे ही सूर्यास्त हुआ, वैसे ही लेखक को समुद्र का स्याह व भयावह चेहरा नजर आया। दूसरे दिन लेखक ने बस से गोवा घूमने की योजना बनाई। वे नीले पानीवाले व पथरीले ‘अजुना बीच पर पहुंचे। यह बीच बॉलीवुड को पहली पसंद है। घूमते-घूमते लेखक ‘कलिंगवुड बोच’ पर आए। यह गोवा का सबसे लंबा बीच है। वहाँ पर कई प्रकार के वॉटर स्पोर्ट्स हैं। गोवा में लेखक को नवरात्रि एवं दशहरा पर्व मनाने का भी सौभाग्य प्राप्त हुआ। उत्तर भारत में जिस प्रकार नवरात्रि एवं दशहरा पर्व मनाए जाते हैं, उसी प्रकार गोवा में भी ये पर्व मनाए जाते हैं। पश्चिमी फैशन और सभ्यता में रचे-बसे होने के बावजूद भी गोवा ने अपनी सांस्कृतिक परंपरा को बनाए रखा है।
शब्दार्थ
आबोहवा – जल-वायु
खानापूर्ति – औपचारिकता पूरी करना
हरीतिमा – हरियाली
सैलानी – सैर-सपाटा करने वाले, पर्यटक
सुस्वादु – स्वादिष्ट
मुहावरा
मन तरंगायित होना – मन उमंग से भरना
वाक्य: बेटे की अच्छे वेतनवाली नौकरी लग जाने की बात सुनकर पिता का मन तरंगित हो गया।
निजात पाना – मुक्ति पाना
वाक्य: मौकापरस्त लोगों से जल्द-से-जल्द निजात पा लेना चाहिए।
दो-चार होना – जूझना
वाक्य: रमेश प्रतिदिन किसी न किसी समस्या से दो-चार हो रहा है।
जेब ढीली होना – जेब खाली होना, बहुत अधिक खर्च होना
वाक्य: बेटी के ससुराल वालो की मांगे पूरी करने पर श्यामलाल की जेब ढिली हो गई।
पठनीय
गोवा की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि की जानकारी पढ़िए और कालानुक्रम के अनुसार प्रमुख घटनाओं की तालिका बनाइए।
उत्तर: गोवा की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि:
श्रवणीय
यूट्यूब पर गोवा का संगीत सुनिए और लोकसंगीत के कार्यक्रम में प्रस्तुत कीजिए।
उत्तर: छात्रों को यह स्वयं करना चाहिए।
लेखनीय
गोवा की तरह अन्य समुद्रवर्ती दर्शनीय स्थलों की जानकारी अंतरजाल की सहायता से प्राप्त कीजिए तथा लिखकर सूचना फलक पर लगाइए।
उत्तर: छात्रों को यह स्वयं करना चाहिए।
संभाषणीय
गोवा की प्राकृतिक सुंदरता पर संवाद प्रस्तुत कीजिए ।
उत्तर: गोवा की प्राकृतिक सुंदरता पर दो सहेलियों के बीच संवाद :
रुचि : नीनू, बहुत दिनों बाद दिखी। कैसी हो? कहीं बाहर गई थी क्या ?
नीनू : हाँ रुचि, हम लोग एक सप्ताह के लिए गोवा गए थे।
रुचि : गोवा! नीनू मैंने सुना है कि गोवा बहुत सुंदर है।
नीनू : सच सुना है रुचि। गोवा इतना सुंदर है कि मेरा तो मन करता था कि वहाँ से वापस ही नहीं आऊँ।
रुचि : मुझे भी तो कुछ बताओ।
नीनू : रुचि, गोवा अपने समुद्र तटों के लिए बहुत प्रसिद्ध है। साफ नीला पानी, लंबे समुद्र तट, चमचमाती रेत और नारियल के वृक्ष यहाँ की विशेषता है। गोवा में इतनी अधिक हरियाली है कि ऐसा लगता है मानो धरती ने हरी चादर ओढ़ रखी है।
रुचि : ओह! सुनकर ही कितना अच्छा लग रहा है।
नीनू : गोवा के लोग प्रकृति से बहुत प्रेम करते हैं। छोटे-से-छोटे घर के आगे भी सुंदर-सुंदर फूल-पौधे जरूर होते हैं। वहाँ बड़ा शांत और मनोरंजक वातावरण है।
रुचि : गोवा के समुद्र तट के बारे में कुछ और बताओ न।
नीनू : वहाँ सागर से आसमान देखकर लगता है मानो नीला आसमान पानी से मिल रहा है। प्रातः काल में उगता हुआ सूरज ऐसा लगता है, मानो समुद्र में में से ही उग रहा हो। इसी तरह सूर्यास्त के समय सूरज का लाल गोला धीरे-धीरे नीचे जाता हुआ अचानक समुद्र डूबता सा लगता है। जैसे-जैसे शाम होती है, समुद्र की लहरों का ऊँचा उठना शुरू हो जाता है।
स्वाध्याय
सूचना के अनुसार कृतियाँ कीजिए –
(१) प्रवाह तालिका पूर्ण कीजिए :
उत्तर:
(२) कृति पूर्ण कीजिए :
उत्तर:
(३) लिखिए :
१. नीले पानीवाला पथरीला –
उत्तर: अंजुना बीच
२. रेतीला तथा उथला –
उत्तर: बेनालियम बीच
३. सबसे लंबा –
उत्तर: कलिंगवुड बीच
४. मछुआरों की पहली पसंद –
उत्तर: बेनालियम बीच
(४) सूची बनाइए :
उत्तर:
(i) गोवा में छोटे-बड़े करीब ४० बीच हैं।
(ii) अंजुना बीच नीले पानीवाला पथरीला तथा बहुत ही खूबसूरत बीच है।
(iii) अंजुना बीच के एक ओर लंबी-सी पहाड़ी है, जहाँ से बीच का मनोरम दृश्य देखा जा सकता है।
(iv) बेनालियम बीच रेतीला तथा उथला है।
(५) कृति पूर्ण कीजिए :
उत्तर:
(६) ‘बेनालिया’, ‘अंजुना’ तथा ‘कलिंगवुड’ बीच की विशेषताएँ :
उत्तर:
(अ) बेनालियम
(१) यह बीच उथला और रेतीला है।
(२) यहाँ सुबह-सुबह बड़ी मात्रा में मछलियाँ पकड़ी जाती हैं।
(३) यह बीच मछुआरों की पहली पसंद है।
(आ) अंजुना
(१) यह गहरा और नीले पानीवाला खूबसूरत बीच है।
(२) इस पथरीले बीच के एक ओर लंबी-सी पहाड़ी है।
(३) यह बीच बॉलीवुड की पहली पसंद है। यहाँ कई हिट फिल्मों की शूटिंग हुई है।
(इ) कलिंगवुड
(१) यह काफी रेतीला बीच है।
(२) यह बीच ३ से ४ कि.मी. तक फैला हुआ है।
(३) यह गोवा का सबसे लंबा बीच है।
(७) सोचिए और लिखिए :
उत्तर:
अभिव्यक्ति
‘प्रकृति को सुंदर बनाए रखने में मेरा योगदान’ विषय पर अपने विचार लिखिए।
उत्तर: प्राकृतिक सुंदरता ईश्वर का अनोखा व अद्भुत उपहार है। उसे बनाए रखने का दायित्व हम सब पर है। मैं प्राकृतिक सुंदरता बनाए रखने के लिए जल, वन, जानवर आदि का विशेष ध्यान रखूँगा। जल को दूषित होने से बचाने हेतु मैं तालाब, कुआँ, नदी, सागर आदि को प्रदूषित होने से बचाऊँगा। जगह-जगह पर पेड़ लगाकर मैं हरियाली का संवर्धन करूँगा। वनों की अंधाधुंध कटाई करने वालों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता निर्माण करूँगा। जानवरों को संरक्षण प्रदान करूँगा, ताकि धरती पर सभी जीवों में पर्यावरण का संतुलन बना रहे। मैं ध्वनि प्रदूषण व वायु प्रदूषण पर रोक लगाने हेतु अभियान शुरू करूँगा, ताकि प्राकृतिक सुंदरता की सुरक्षा हो सके। इस तरह मैं प्राकृतिक सुंदरता बनाए रखने में अपना योगदान दूँगा।
भाषा बिंदु
(१) कोष्ठक में दी गई संज्ञाओं से विशेषण संलग्न हैं । नीचे दी गई सारिणी में संज्ञा तथा विशेषणों को भेदों सहित लिखिए :
[भयभीत गाय, नीला पानी, दस लीटर दूध, चालीस छात्र, कुछ लोग, दो गज जमीन, वही पानी, यह लड़का]
उत्तर:
(२) उपर्युक्त संज्ञा – विशेषणों की जोड़ियों का स्वतंत्र वाक्यों में प्रयोग कीजिए ।
उत्तर:
(i) भयभीत गाय – लाठियों के डर से भयभीत गाय इधर-उधर दौड़ रही थी।
(ii) नीला पानी – झील का नीला पानी चाँद की रोशनी में चमक रहा था।
(iii) दस लीटर दूध – हमारी गाय दोनों समय दस लीटर दूध देती है।
(iv) चालीस छात्र – स्वाति की कक्षा में चालीस छात्र हैं।
(v) कुछ लोग – छत पर कुछ लोग चहलकदमी कर रहे हैं।
(vi) दो गज जमीन – औरंगजेब सारी उम्र युद्ध करता रहा। अंत में उसे अपनी दिल्ली में दो गज जमीन भी नहीं मिली।
(vii) वही पानी – यह वही पानी है, जो कल भरा था।
(viii) यह लड़का – यह लड़का चोर नहीं है।
(३) पाठ में प्रयुक्त विशेषणों को ढूँढ़कर उनकी सूची बनाइए ।
उत्तर:
(i) समुद्री
(ii) खूबसूरत
(iii) सफेद
(iv) सांस्कृतिक
(v) शांत
(vi) शीतल
(vii) स्थानीय
(viii) रोमांचक
(ix) सुस्वादु
(x) शाकाहारी
(४) निम्नलिखित वाक्यों में आई हुईं सहायक क्रियाओं को अधोरेखांकित कीजिए तथा उनका अर्थपूर्णवाक्यों में प्रयोग कीजिए:
१. टैक्सी एक पतली-सी सड़क पर दौड़ पड़ी।
वाक्य = गोली की आवाज सुनकर उड़ती हुई चिड़िया नीचे गिर पड़ी।
२. शरीर को कुछ समय के लिए विश्राम मिल जाता है।
वाक्य = सरदियों में सूरज जल्दी छिप जाता है।
३. हम आराम करने के इरादे से अपने-अपने स्यूट चले गए ।
वाक्य = बिटिया के विदा होते ही सारे मेहमान चले गए।
४. फिर भी धूप तीखी ही होती जाती है ।
वाक्य = प्रातःकाल आकाश की आभा मनोरम होती है।
५. सबके बावजूद यह अपने में एक सांस्कृतिक विरासत भी समेटे हुए हैं ।
वाक्य = जल्दी कक्षा में पहुँचो, विद्यार्थी खाली बैठे हुए हैं।
६. इधर बच्चे रेत का घर बनाने लगे ।
वाक्य = पिता जी तेजी से दौड़ने लगे।
७. अब समुद्र स्याह और भयावह दिखने लगा ।
वाक्य = बेटा, अब उठो। सूरज दिखने लगा।
८. यहाँ सुबह-सुबह बड़ी मात्रा में मछलियाँ पकड़ी जाती हैं ।
वाक्य = गुजरात में मकर संक्रांति के दिन सुबह से रात तक पतंग उड़ाई जाती हैं।
(५) पाठ में प्रयुक्त दस सहायक क्रियाएँ छाँटकर लिखिए :
उत्तर:
(i) हो उठता है।
(ii) चले आते हैं।
(iii) देते हैं।
(iv) जा पहुँचा।
(v) हो गए।
(vi) रुक गई।
(vii) पकड़े हुए है।
(viii) भाग रहे थे।
(ix) दौड़ पड़ी।
(x) बटा हुआ है।
उपयोजित लेखन
विजय/विजया मोहिते, वरदा सोसाइटी, विजयनगर, कोल्हापुर से व्यवस्थापक, औषधि भंडार, नागपुर को पत्र लिखकर आयुर्वेदिक औषधियों की माँग करता/करती है :
उत्तर:
दिनांक : १ मार्च, २०२३
सेवा में,
श्रीमान व्यवस्थापक जी,
आयुर्वेदिक औषधि भंडार,
नागपुर
विषय : आयुर्वेदिक औषधि की माँग हेतु पत्र
माननीय महोदय,
मैं विजय मोहिते समय-समय पर आपसे आयुर्वेदिक औषधियाँ मँगवाता आ रहा हूँ। उन औषधियों के सेवन से मुझे बहुत आराम मिला है।। अतः इस बार भी मुझे निम्न आयुर्वेदिक औषधियों की आवश्यकता है।
कृपा करके उपर्युक्त औषधियाँ जल्द-से-जल्द कुरिअर द्वारा भेजने की व्यवस्था करें। जैसे ही औषधियाँ प्राप्त हो जाएँगी वैसे ही बकाया रकम आपके पास भेज दी जाएगी। अग्रिम राशि के तौर पर १००० रूपए का पोस्टल ऑर्डर भेज रहा हूँ। आशा है कि आप जल्द-से-जल्द औषधियाँ भेजेंगे। कष्ट के लिए क्षमाप्रार्थी हूँ।
धन्यवाद!
भवदीय,
विजय मोहिते ।
प्रेषक
वरदा सोसायटी,
विजयनगर,
जलना।
ई-मेल आईडी : vijay123mohite@gmail.com