पाठ ९ – सोई मेरी छौना रे !
मेरी प्यारी बिटिया सोई हुई है। वह मीठे सपनों में खोई है। वह सपने में सोने से बने झूले में झूल रही है। इस झूले में रेशम की डोरियाँ बँधी हैं। वह सपने में परियों से लोरी सुन रही है। मेरी प्यारी बिटिया सोई हुई है। उसे मेरी नजर न लगे।
आकाश में चाँद-सितारे जाग रहे हैं। चाँद का प्रकाश फैला है। मानो चाँदनी नृत्य कर रही है। ऐसा लगता है मानो मेरे घर के आँगन में चाँदी के फूल खिले हैं। मेरी प्यारी बिटिया सोई हुई है। उसे मेरी नजर न लगे। मेरी प्यारी बिटिया सो रही है। मुझे ईश्वर ने अद्भुत सुख दिया है। मैं गीत गाऊँ और तुम सुखपूर्वक सोओ। तुम सोती रहो और मैं गाती रहूँ। मेरी प्यारी बिटिया सोई हुई है। उसे मेरी नजर न लगे।
तुम जब जागो तो खूब खेलो। तुम खेल-खेल में मुझसे रूठो और मैं तुम्हें मनाऊँ। तुम्हें ऐसी दुनिया की सैर कराऊँ, जहाँ खिलौने ही खिलौने हों। तुम मेरी सुंदर, प्यारी बिटिया हो। मेरी प्यारी बिटिया सोई हुई है।
सलोनी – सुंदर
छौना – नन्हा बच्चा
जरा सोचो ………. बताओ
यदि सच में हमारे मामा का घर चाँद पर होता तो…
उत्तर: यदि सच में हमारे मामा का घर चाँद पर होता, तो कितना अच्छा होता। हम मामा के घर जाते जिस आसमान को दूर से देखा करते हैं, उसकी खूब सैर करते चाँद सितारों को नजदीक से देखते बादलों के बीच लुका-छिपी खेलते परियों के देश में जाते वे किस तरह रहती हैं, जानने देखने का अवसर पाते। वहाँ अच्छा स्वास्थ्य बनाते, क्योंकि प्रदूषणरहित वातावरण में रहने का अवसर मिलता हमारी प्यारी धरती तो प्रदूषण के कारण दिन पर दिन रहने के लिए खराब होती जा रही है।
खोजबीन
विभिन्न क्षेत्रों की ‘प्रथम भारतीय महिलाओं’ की सचित्र जानकारी काॅपी में चिपकाओ ।
उत्तर: छात्रों को यह स्वयं करना चाहिए।
स्वयं अध्ययन
अपने परिवार के प्रिय व्यक्ति के लिए चार काव्य पंक्तियाँ लिखो ।
उत्तर:
गीत सुनाऊँ सोए तू,
तू सोए औ गाऊँ मैं।
मेरा दीठ दिठौना रे !
सोई मेरी छौना रे !
भाषा की ओर
हिंदी-मराठी के समोच्चारित शब्दों की अर्थभिन्नता बताओ और लिखो ।
उत्तर:
सुनो तो जरा
नीतिपरक दोहे सुनो और आनंदपूर्वक सुनाओ ।
उत्तर: छात्रों को यह स्वयं करना चाहिए।
बताओ तो सही
माँ को एक दिन की छुट्टी दी जाए तो क्या होगा ?
उत्तर: माँ को एक दिन की छुट्टी देने पर घर में मनमोहक परिवर्तन हुआ। माँ का दिन आरामदायक रहा, वह देर तक सोने का आनंद लिया और मनपसंद नाश्ता बनाने का मौका मिला। वे टीवी देखने का समय भी निकाली और बाथरूम में धमाल मचाई। अचानक तेज भूख लगी, इसलिए बाहर से पीजा और बर्गर मंगवाए। वे दिन भर आदि की चाहत को पूरा किया, लेकिन शाम को घर की हालत बिगड़ गई, क्योंकि रसोई में खाली डिब्बे और पैकेट ही बचे थे, और बर्तनों का ढेर हो गया।
वाचन जगत से
सुभद्राकुमारी चौहान की कविता पढ़ो और समूह में गाओ।
उत्तर: छात्रों को यह स्वयं करना चाहिए।
मेरी कलम से
नियत विषय पर भाषण तैयार करो ।
उत्तर: छात्रों को यह स्वयं करना चाहिए।
कविता की पंक्तियाँ पूरी करो ।
१. चाँद सितारे…………………..,
………………………………..।
………………………………..,
……………………….आँगनिया ।
उत्तर:
चाँद-सितारे जाग रहे,
नाच रही है चाँदनिया ।
फूल खिले हैं चाँदी के,
फूली मेरी आँगनिया ।
२. मेरा सुख ……………………..,
………………………………..!
………………………………..,
……………………….. गाऊँ मैं।
उत्तर:
मेरा सुख अनहोना रे,
सोई मेरी छौना रे !
गीत सुनाऊँ सोए तू,
तू सोए औ गाऊँ मैं ।
सदैव ध्यान में रखो
जीवन में माँ का स्थान असाधारण है।
विचार मंथन
।। जननी-जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी ।।
अध्ययन कौशल
अपने परिवार का वंश वृक्ष तैयार करो और रिश्ते-नातों के नाम लिखो ।
उत्तर: छात्रों को यह स्वयं करना चाहिए।
जोड़ो हमें
पेड़ के पत्तों पर दिए गए वर्णों से संयुक्ताक्षरयुक्त शब्द बनाओ : (आधे हाेकर, पाई हटाकर, हल लगाकर, ‘र’ के प्रकार )
(क, फ, ग, त, थ, घ, ष, व, द, म, ह, ठ, ड, ट, प, र)
उत्तर:
क – पक्का, रक्त;
फ – रफ्तार, दफ्तर;
ग – ग्वाला, अग्नि;
त – पत्थर, त्याग;
थ – मिथ्या, तथ्य;
घ- शत्रुघ्न, कृतघ्न;
ष- पुष्प, कृष्ण;
व – काव्य, व्यक्ति;
द- युद्ध, गद्दा;
म- अम्मा, सम्मान;
ह – चिह्न, ब्रह्म;
ठ – पाठ्यपुस्तक;
ड – गड्ढा, अड्डा;
ट – पट्टी, चिट्ठी;
प – प्यार, प्राप्त;
र – धर्म, पर्व, ट्रक, राष्ट्र, ग्रह, चक्र