पाठ २ – फूल और काँटे
नए शब्द
मेह – बादल
वर – श्रेष्ठ, सुंदर
वसन –वस्त्र
वेधना – घायल करना
भौंर – भँवरा
जी – मन
सोहना – शोभा देना
सीस – सिर
मुहावरे
जी की कली खिलना – खुश होना
वाक्य : अपने पुत्र को देखकर उसके जी की कली खिल गयी।
विचार मंथन
।। भूलकर भी न करें भूल – बनें फूल, नहीं शूल ।। निम्न आधार पर चर्चा करो :
- भूल
- फूल
शूल
उत्तर: “भूलकर भी न करें भूल – बनें फूल, नहीं शूल” यह कहावत हमें जीवन के महत्वपूर्ण सिखने का संदेश देती है। इसमें “भूल” जो किसी गलती को संदर्भित करती है, “फूल” जो सीखने और सुधारने का सिद्धांत दिखाती है, और “शूल” जो परेशानी और दुःख का प्रतीक होती है, तीन भिन्न चीजों को प्रस्तुत करती है।
यह कहावत हमें यह सिखाती है कि हमें अपनी गलतियों से सिखना चाहिए और उन्हें दोहराने से बचना चाहिए। हमें अपनी भूलों को फूल में बदलना चाहिए और उनसे सीखना चाहिए, ताकि हम अपने जीवन में सुधार कर सकें। इससे हम अपने जीवन को सकारात्मक और सार्थक बना सकते हैं, और हमारी गलतियों से नुकसान पहुँचने से बच सकते हैं।
बताओ तो सही
तुम्हें कौन-सा फूल पसंद है; क्यों ? निम्नलिखित मुद्दाें के आधार पर बताओ :
उत्तर: मुझे गुलाब का फूल पसंद है। इसलिए नहीं कि वह फूलों का राजा है बल्कि इसलिए कि अनगिनत काँटों के ऊपर खिला है और उफ तक नहीं करता बल्कि अपनी मुस्कराहट, अपनी सुगंध बिखेरकर दूसरों को प्रसन्न करता है। रेगिस्तान में जहाँ अन्य पेड़-पौधे अपने होश- हवास खो बैठते है वहाँ भी इसकी मुस्कराहट में कमी नहीं आती। यह मुस्कराहट मुझे कहती है कि जीवन की कठिनाइयों को हँसते-खेलते सहकर आगे बढ़ो और दूसरों की भलाई के लिए कुछ कर के अपने जीवन को सार्थक बनाओ।
स्वयं अध्ययन
दिए गए चित्रों से संबंधित सुनी हुई कोई कविता सुनाओ :
उत्तर:
बादल छाए आसमान में,
फूलों का खिलना गुलजार में।
चाँद की किरने, चमक रही रात,
तितली की फुर्ती, बगियों की बात।
बादलों के रंग, चमकते हैं आसमान में,
फूलों का महकता है प्यार गुलजार में।
चाँद की चाँदनी, मीठी है रात,
तितलियों की खोज, हर दिन की बात।
बादलों की छाँव, बरसात का इंतजार,
फूलों की खुशबू, प्यार का इकरार।
चाँद की रौशनी, चमकता आसमान,
तितलियों का नृत्य, हर कोने में ज़िन्दगी का तार।
बादल, फूल, चाँद, तितली की ये धरती,
हर रंग, हर खुशबू, हर सपना है प्यारी।
इन सबके साथ, हम बिताते हैं दिन,
खुशियों से भरा हो, हर पल, हर पल का सीन।
खोजबीन
आसपास के पेड़-पौधों के नामों का वर्गीकरण करो
उत्तर:
वाचन जगत से
संकेत स्थल पर जाकर महाराष्ट्र राज्य के खादी ग्रामोद्योग की जानकारी पढ़ो और मुद्दों के आधार पर भाषण तैयार करो
उत्तर: प्रिय उपस्थित व्यक्तियों और मेरे प्रिय सहपाठियों,
आज मैं खादी ग्रामोद्योग के महत्व पर एक संक्षेप भाषण प्रस्तुत करता हूँ। खादी ग्रामोद्योग 1960 में शुरू हुआ और यह ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार प्रदान करके विकास को सशक्त करने का उद्देश्य रखता है। इसका मुख्य उद्देश्य है खादी कपड़ों के उत्पादन के माध्यम से स्वावलंबी बनाना और समृद्धि प्रदान करना। खादी कपड़े सूती से बने होते हैं, जो हमारे पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद हैं। इसके साथ ही, खादी कपड़ों का उपयोग हमारे धर्म, संस्कृति, और आध्यात्मिकता के साथ जुड़ा होता है और हमारी पारंपरिक पहचान का हिस्सा बनता है। इसलिए, हमें इसे समर्थन देना चाहिए और खादी कपड़ों का उपयोग करके हम अपने पर्यावरण को बचाने में मदद कर सकते हैं और ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को सामृद्धिक रूप से समर्थ बना सकते हैं।
धन्यवाद!
सदैव ध्यान में रखो
प्रत्येक परिस्थिति का सामना हँसते हुए करना चाहिए ।
१. रिक्त स्थान की पूर्ति करो :
(क) रात में उनपर ______ चाँद भी,
एक ही-सी ______ है डालता ।
उत्तर: रात में उनपर चमकता चाँद भी,
एक ही सी चाँदनी है डालता।
(ख) प्यार डूबी तितलियों के ______ कतर,
भौंर का है वेध देता ______ तन ।
उत्तर: प्यार डूबी तितलियों के पर कतर,
भौंर का है वेध देता श्याम तन ।
२. एक वाक्य में उत्तर लिखो :
(च) फूल किनको गोद में लेता है ?
उत्तर: फूल तितलियों को गोद में लेता है।
(छ) बड़प्पन की कसर रह जाने पर क्या काम नहीं देती ?
उत्तर: बड़प्पन की कसर रह जाने पर कुल की बड़ाई काम नहीं देती।
(ज) कौन एक-सा बरसता है ?
उत्तर: मेह एक-सा बरसता है।
(झ) फूल किसकाे रस पिलाता है ?
उत्तर: फूल भौरों को रस पिलाता है।
भाषा की ओर
निम्नलिखित वर्णों से समानार्थी और विरुद्धार्थी शब्दों की जोड़ियाँ ढूँढ़ो और अपने वाक्यों में प्रयोग करके कॉपी में लिखो :
उत्तर:
समानार्थी शब्द :
१. पुष्प – फूल
वाक्य :
पुष्प प्रकृति का श्रंगार हैं।
पुजारी ने पीला फूल भगवान को चढ़ाया।
२. मेघ – बादल
वाक्य :
आकाश में मेघ गरज रहे हैं।
ग्रीष्म ऋतु में सभी को बादलों की प्रतीक्षा रहती है।
३. जल – पानी
वाक्य :
वर्षा ऋतु में नदी-नाले जल से भर जाते हैं।
बाढ़ का पानी विनाश लाता है।
४. रास्ता – मार्ग
वाक्य :
मार्ग फूलों से भरा है।
यह रास्ता आगे बंद है।
विरुद्धार्थी शब्द :
१. रात × दिन
वाक्य :
कल मैं देर रात तक पढ़ती रही ।
आज का दिन बहुत शुभ है।
२. छोटा × बड़ा
वाक्य :
मेरा छोटा भाई बहुत नटखट है ।
नाशिक बड़ा शहर है।
३. जय × पराजय
वाक्य :
भारतमाता की जय हो ।
वीर कभी पराजय का मुख नहीं देखना चाहता ।