पाठ ३ – दादी माँ का परिवार
नए शब्द
निपट – केवल, मात्र
आबाद – भरा-पूरा
बुहारना – स्वच्छ करना
दीन-दुनिया – संसार
खलिहानी – कटी फसल रखने का स्थान
क्लांत – थका हुआ
कलरव – पंछियों की मधुर ध्वनि
आनन-फानन में – शीघ्रता से
मुहावरे
तुनककर बोलना – चिढ़कर बोलना
वाक्य : चंदा माँगने आए लोगों को रमेश ने तुनककर वोलते हुए भगा दिया ।
अक्ल का पत्ता खोलना – तरकीब बताना
वाक्य : राज ने अक्ल का पत्ता खोलते हुए अपने दोस्तों को बुरी संगति से मुक्त किया।
ठगा-सा रहना – चकित होना
वाक्य : दो साल के अंदर दो बार टाइफाइड की बीमारी से ग्रसित होने के कारण मैं ठगा सा रह गया।
कहावतें
एक और एक ग्यारह – एकता में बल
वाक्य : हमारे परिवार में किसी की एक दूसरे से नहीं बनती, कोई यह समझने को तैयार नहीं कि एक और एक ग्यारह होते हैं।
अंत भला तो सब भला – परिणाम अच्छा तो सब अच
वाक्य : मैंने दिन रात-मेहनत की और कष्ट उठाया है पर जब अंत भला तो सब भला।
जरा सोचो …….. बताओ
यदि प्राकृतिक संसाधन समाप्त हो जाएँ तो…… जैसे- जल, वन आदि ।
उत्तर: प्रकृतिद्वारा, उपहार के रूप में प्रदान किए गए साधनों को प्राकृतिक संसाधन कहा जाता है, जैसे लकड़ी, मिट्टी का तेल, पानी आदि। ये प्रकृति द्वारा हमें हमारे जीवन को आसान बनाने के लिए दिए गए हैं। लेकिन शहरीकरण, औद्योगिकरण, बढ़ती आबादी के नाम पर मनुष्य द्वारा लगातार इनका शोषण हो रहा है। अगर हमने इसे नहीं रोका तो ये संसाधन भविष्य में समाप्त हो जाएँगे। क्योंकि ये सीमित हैं।
जल : हमें पीने के लिए, भोजन बनाने, नहाने, फसल पैदा करने के लिए पानी नितांत जरूरी है। पानी की बर्बादी और जलप्रदूषण नहीं रोका गया तो हमारा भविष्य खतरे में है। हम अपनी मामूली जरूरतें भी पानी के अभाव में पूरी नहीं कर पाएँगे और अपना अस्तित्व ही मिटा देंगे।
वन : वनों में नानाविध पेड़-पौधे, पशु-पक्षी, जीव-जंतु होते हैं। आज मनुष्य इन वनों की अंधाधुंध कटाई में लगा उनका बैरी बन बैठा है। इसके दुष्परिणाम साफ नजर आ रहे हैं। प्रदूषण बढ़ रहा है। बरसात में अनियमितता साफ नजर आ रही है, कहीं अति वर्षा, बाढ़, भूस्खलन हो रहा है तो कहीं सूखा । वन्य पशुओं से मनुष्य को खतरा बढ़ रहा है। इन वनों को नष्ट कर हम अपने अस्तित्व को ही चुनौति दे बैठे हैं।
सुनो तो जरा
सुने हुए चुटकुले, हास्य प्रसंगों काे पुन:स्मरण करके सुनाओ ।
उत्तर: छात्रों को यह स्वयं करना चाहिए।
मेरी कलम से
निम्नलिखित शब्दों के आधार पर एक कहानी लिखो : पानी, पुस्तक, बिल्ली, राखी ।
उत्तर: अंशु नागपुर में रहती थी। वह सातवीं कक्षा में पढ़ती थी। दो दिन बाद हिंदी का टेस्ट होने वाला था वह माँ से पूछकर अपनी सहेली रुचि के घर पढ़ने के लिए चली गई। दोनों सहेलियाँ देर तक टेस्ट की तैयारी करती रही। जब उनका ध्यान बाहर की तरफ गया तो देखा कि रात हो चुकी थी। पढ़ने में उन दोनों को समय का ध्यान ही नहीं रहा। अंशु ने सहेली से विदा ली और घर की ओर चल पड़ी।
तभी अचानक बादल गरजने लगे और पानी बरसने लगा। अंशु ने अपनी पुस्तक को अपने दुपट्टे में अच्छी तरह लपेट लिया। बारिश और तेज हो गई। अंशु बारिश से बचने के लिए एक दुकान के बरामदे में खड़ी हो गई। तभी उसकी नजर बिल्ली के एक बच्चे पर पड़ी, जो बुरी तरह बारिश में भीग गया था और ठंड के कारण काँप रहा था। अंशु को उस बच्चे पर बड़ी दया आई। वह इधर-उधर देखने लगी कि कैसे उसे बचाया जाए। तभी उसने ‘दुकान में तरह-तरह की रंगबिरंगी राखियाँ सजी देखी। उसे याद आया कि कल तो रक्षाबंधन है। टेस्ट की तैयारी में यह राखी लाना भी भूल हो गई थी।
अंशु ने दुकान से अपने भाई के लिए राखी खरीदी अब तक बारिश रुक गई थी। अंशु उस बिल्ली को गोद में लेकर अपने घर आई उसे तौलिए से पोंछकर हल्का गरम दूध पिलाया। दूध पीकर बिल्ली स्वस्थ दिखने लगी और अंशु के पास आकर उसका पैर चाटने लगी। अंशु ने अपने कमरे के एक कोने में कपड़ा बिछाकर बिल्ली को उस पर सुला दिया। माँ ने अंशु को इस अच्छे कार्य के लिए शाबाशी दी। अंशु ने माँ से प्रार्थना की कि वे उस बिल्ली को घर में रखने दें। माँ के हाँ कहने पर अंशु बहुत खुश हुई। उसने निश्चय किया कि उसका नाम राखी ही रखेगी, क्योंकि वह राखी के त्योहार पर ही उसे मिली थी।
अध्ययन कौशल
अपने और किसी पड़ोसी राज्य के राष्ट्रीय अभयारण्यों की शासकीय वीडियो क्लिप्स, फिल्म्स आदि देखकर वर्गीकरण करो एवं टिप्पणी बनाओ :
उत्तर: छात्रों को यह स्वयं करना चाहिए।
विचार मंथन
।। वृक्षवल्ली आम्हां सोयरे वनचरे ।।
वाचन जगत से
स्वामी विवेकानंद का कोई भाषण पढ़ो और प्रमुख वाक्य बताओ ।
उत्तर: स्वामी जी के भाषण के कुछ प्रमुख वाक्य –
- उठो, जागो और तब तक नहीं रुको, जब तक लक्ष्य न प्राप्त हो जाए। बस वही जीते हैं जो दूसरों के लिए जीते हैं।
- स्वयं पर विश्वास करो।
- किसी के साथ विवाद न कर हिल-मिलकर अग्रसर हो जाओ, हुकार मात्र से दुनिया को बदल देंगे।
- जिस समय जिस काम के लिए प्रतिज्ञा करो, ठीक उसी समय पर उसे करना ही चाहिए, नहीं तो लोगों का विश्वास उठ जाता है।
- सब कुछ खो देने से ज्यादा बुरा है उस उम्मीद को खो देना, जिसके भरोसे पर हम सबकुछ वापस पा सकते हैं।
सदैव ध्यान में रखो
संगठन में ही शक्ति है, इसे जीवन में उतारो ।
१. घटना के अनुसार क्रम लगाकर लिखो :
(क) चिंकी ने भी दो बेटों का उपहार दिया ।
(ख) एक साथ उड़ने को रहेंगे तैयार ।
(ग) टीनू-मीनू , चुसकू-मुसकू खेलने लगे ।
(घ) घर के आँगन में बरगद का पेड़ था ।
उत्तर:
(घ) घर के आँगन में बरगद का पेड़ था।
(क) चिंकी ने भी दो बेटों का उपहार दिया।
(ख) एक साथ उड़ने को रहेंगे तैयार।
(ग) टीनू-मीनू चुसकू-मुसकू खेलने लगे।
२. एक-दो वाक्यों में उत्तर लिखो :
(च) चिड़िया कहाँ रहती थी ?
उत्तर: दादी माँ के घर के आँगन में बरगद का पेड़ था। चिड़िया ने उसपर घोंसला बनाया था और वहाँ अपने बच्चों के साथ वह रहती थी।
(छ) बहेलिया कब ठगा-सा रह गया ?
उत्तर: बहेलिए के जाल में कई चिड़े चिड़ियाँ फँसे थे। वे सब जाल के साथ उड़ गए। जाल में फँसे पंछियों की एकता देखकर बहेलिया ठगा सा रह गया।
(ज) दादी माँ सुबह उठकर क्या करतीं ?
उत्तर: दादी माँ सुबह उठकर घर बुहारती सँवारती आँगन में आसन धरती, खाना बनाती, खातों अपने परिवारजनों से बातें करती ।
(झ) चुसकू-मुसकू ने किससे जाल काटा ?
उत्तर: चुसकू-मुसकू चिंकी चुहिया के बच्चे थे। उनके पास पैने दाँत थे। उन्होंने अपने पैने दाँतों से जाल काटा और पंछियों को आजाद किया।
भाषा की ओर
निम्नलिखित वर्णों से समानार्थी और विरुद्धार्थी शब्दों की जोड़ियाँ ढूँढ़ो और अपने वाक्यों में प्रयोग करके कॉपी में लिखो :
उत्तर:
थैलियाँ – थैली
उत्तर: थैली
वाक्य : पॉलिथिन की थैली का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
पंखा
उत्तर: पंखे
वाक्य : हमारी कक्षा में चार पंखे लगे हुए हैं।
दीवार
उत्तर: दीवारें
वाक्य : भेदभाव नफरत की दीवारे गिरा दो ।
राजा
उत्तर: राजा
वाक्य : राजा प्रजा का पालनहार कहलाता है।
वस्तुऍं
उत्तर: वस्तु
वाक्य : वस्तु का मूल्य उसकी उपयोगिता पर निर्भर होना चाहिए।
भेड़िया
उत्तर: भेडिए
वाक्य : वन में लोमड़ी के साथ दो भेड़िए भी थे।
बहू
उत्तर: बहुएँ
वाक्य : खानदानी बहुएँ कुल की परंपरा का मान रखती है।
रोटी
उत्तर: रोटियाँ
वाक्य : अकाल के दिनों में जमीदार ने रोटियाँ बाँटना शुरू किया।।