पाठ १ – अस्पताल
पहचानो, समझो और बताओ:
उत्तर: अस्पताल वह जगह होती है जहाँ शांत वातावरण में मरीजों की सही देखभाल की जाती है। अस्पताल में कुशल डॉक्टर और परिचारिकाएँ। (नर्स) होती है जिस तरीके से अस्पताल में किसी मरीज की देखभाल ही सकती है वैसी पर पर नहीं हो पाती जाँच के लिए अलग-अलग मशीनें होती है। इन आधुनिक मशीनों के सहारे बिना पीड़ा के मरीज का इलाज संभव होता है। पीड़ा से व्याकुल मरीज अस्पताल आकर बहुत जल्द स्वस्थ होकर हँसते-हँसते घर लौटता है।
ऊपर अस्पताल का चित्र दिया गया है। चित्र में आई.सी.यू. (अतिदक्षता विभाग), वार्ड (कक्ष) और पूछताछ खिड़की दिखाई दे रही है। चित्र में अनेक सूचनाएँ नजर आ रही हैं। जिसमें रोगी से अधिक बात न करें, ‘शांति बनाए रखें। जैसी सूचनाएं शामिल है। नेत्रदान, रक्तदान महादान’, ‘छोटा परिवार सुखी परिवार जैसे घोषवाक्य भी लिखे हुए है। अस्पताल में रोगी से मिलने का समय सुबह ८ से १० और शाम ४ से ७ बजे तक यह फलक भी नजर आ रहा है सब कर्मचारी अपना कार्य करते नजर आ रहे है। चित्र में कूड़ा दान रखा दिखाई दे रहा है। डॉक्टर परिचारिका और वॉर्डबॉय भी नजर आ रहे हैं। व्हीलचेअर पर बैठी एक मरीज को सलाइन को बोतल लगाई है। उसके साथ एक परिचारिका भी नजर आ रही है। पूछताछ खिड़की के सामने की कुर्सियों पर मरीज (दो आदमी और एक औरत) बैठे दिखाई दे रहे हैं।