पाठ १४ – मैं सड़क हूँ
शब्दार्थ:
वर्दी – गणवेश
कोलतार – डामर
पढ़ो:
१. अंत्याक्षरी खेलो :
सड़क …. किनारे …. रास्ता …. तकनीक …. काम …. मकान …. निकिता …. ताँगा …. गाजर….. रश्मि।
उत्तर: छात्रों को यह स्वयं करना चाहिए।
२. सड़क कैसे साफ-सुथरी रख सकते हैं, बताओ ।
उत्तर: सड़कों को साफ रखना महत्वपूर्ण है, यहाँ तक कि बच्चों के लिए भी। कभी कूड़ा न फैलाएँ; कूड़ेदान का उपयोग करें या कूड़ा घर ले जाएँ। कूड़ा-कचरा उठाकर प्रकृति नायक बनें। चलते-फिरते खाना खाते समय खाना न गिराएँ। दूसरों को भी स्वच्छ रहना सिखाएँ। साथ मिलकर, हम अपनी सड़कों को साफ रखकर अपनी दुनिया को बेहतर बनाते हैं!