पाठ ८ - मेरा विद्रोह
शब्द वाटिका :
किलकना – खुशी में चिल्लाना
डपटना – डाँटना
मटरगश्ती – मौज में घूमना
पारावार – सीमा
मुहावरा :
१. आपे से बाहर होना – बहुत क्रोधित होना
वाक्य : उसकी बुरी नियत के बारे में सोचकर वह आपे से बाहर हो गया ।
२. अवाक खड़ा रहना – अचंभित हो जाना
वाक्य : बेटी के मुँह से ऐसे शब्द सुनकर माँ अवाक रह गई ।
३. काफूर होना – गायब हो जाना
वाक्य : पुलिस देखते ही चोर का सिर दर्द काफूर हो गया
४. नीचा दिखाना – अपमानित करना
वाक्य : जब बेटा जुर्म करता हुआ पकडा गया तो लोगो ने उसके माता पिता को भला बुरा कह कर निचा दिखा दिया ।
५. तिलमिला जाना – गुस्सा होना
वाक्य : रामबाबू को गुप्ता ने बुरा भला कहा तो वे तिलमिला उठे और फिर गुप्ता को बहुत मारा ।
६. चौपट करना – बरबाद करना
वाक्य : प्रदेश के अधिकतर जिलों में जलभराव होने से कृषि व्यवस्था चौपट होकर रह गई है।
७. पारावार न रहना – सीमा न रहना
वाक्य : मोनिका को जब पूरे शहर की बोर्ड परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ तो मोनिका और उसके माता-पिता की खुशी का पारावार न रहा।
मौलिक सृजन
अपने जीवन में पिता की महत्त्वपूर्ण भूमिका को अधोरेखित करते हुए कृतज्ञता ज्ञापन करने वाला पत्र लिखो ।
उत्तर: प्रत्येक बच्चे के जीवन में पिता की महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है। पिता अपने बच्चे पर संस्कार करता है। वह बच्चे के अच्छे कार्यों की सराहना करता है। यदि बच्चे द्वारा कुछ गलत कार्य किया गया है तो वह उसे डाँटता भी है। यदि बच्चा बार-बार समझाने पर अपनी जिद पर अड़ा रहे तो वह उसे पहले समझाता है और यदि नहीं माने तो कठोर भूमिका भी अपनाता है। अपने तथा उसका भविष्य उज्ज्वल बनाने के लिए वह उसे अच्छे से अच्छे स्कूल में दाखिल कराता है।
वह अपने बच्चे का हमेशा मार्गदर्शन करता रहता है और अपने बच्चे की भलाई के लिए उसके हर कार्य पर नियंत्रण रखता है। इस प्रकार एक पिता अपने बच्चे के जीवन में सकारात्मक भूमिका निभाता है।
श्रवणीय
रेडियो, दूरदर्शन, यू ट्यूब से शौर्य कथा/गीत सुनो और सुनाओ ।
उत्तर: छात्रों को यह स्वयं करना चाहिए ।
संभाषणीय
‘भारत की संपर्क भाषा हिंदी है’, इस कथन पर विचार करते हुए अपना मत प्रस्तुत करो ।
उत्तर: आज बहुत से लोग हिंदी को राष्ट्रभाषा के रूप में देखते हैं। कुछ इसे एक आधिकारिक भाषा के रूप में स्थापित देखना चाहते हैं। जबकि कुछ का मानना है कि हिंदी एक संपर्क भाषा के रूप में विकसित हो रही है। आइए हम हिंदी के इन विभिन्न रूपों को विधिपूर्वक समझें ताकि हमारे मन में स्पष्टता आए। आज बहुत से लोग हिंदी को राष्ट्रभाषा के रूप में देखते हैं। कुछ इसे राजभाषा के रूप में स्थापित होते देखना चाहते हैं तो कुछ का मानना है कि हिंदी एक संपर्क भाषा के रूप में विकसित हो रही है। आइए हम हिंदी के इन विभिन्न रूपों को विधिपूर्वक समझें ताकि हमारे मन में स्पष्टता आए। “राष्ट्रीय भाषा” से हमारा तात्पर्य किसी राष्ट्र की सार्वभौमिक भाषा से है। क्या हिंदी भारत की राष्ट्रभाषा है? हालाँकि हिंदी पूरे भारत में बोली जाती है, लेकिन भारतीय संविधान में इस भाषा को राष्ट्रभाषा का नाम नहीं दिया गया है। भारत सांस्कृतिक, भौगोलिक और भाषाई विविधताओं वाला देश है। यह निश्चित नहीं है कि इस राष्ट्र में बहुसंख्यकों द्वारा किसी एक भाषा को सार्वभौमिक रूप से स्वीकार किया जाएगा। इसलिए देश की चुनी हुई भाषाओं को भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में रखा गया है। शुरुआत में इनकी संख्या १६ थी जो आज बढ़कर २२ हो गई है। ये सभी भाषाएँ भारत की राजभाषाएँ हैं, जिनमें भारत की सरकारों का काम होता है। भारतीय करेंसी नोट पर १६ भाषाओं में नोट का मूल्य अंकित है और भारत सरकार संविधान के अनुसार इन सभी भाषाओं के विकास के लिए प्रतिबद्ध है।
पठनीय
किसी अंतरिक्ष यात्री की अंतरिक्ष यात्रा का अनुभव पढ़ो और चर्चा करो ।
उत्तर: सुनीता विलियम्स ने जब अंतरिक्ष से धरती को देखा तो उन्हें यह बहुत खूबसूरत लगी और उनके मन में कई तरह के विचार आए। सुनीता कहती हैं कि ”इतनी दूर से तो सिर्फ यही दिखाई देता है कि धरती पर कहां समुद्र है और कहां जमीन है.” अलग-अलग देश दिखाई नहीं दे रहे हैं। देशों में भूमि का विभाजन हमारे द्वारा ही किया जाता है। ये लाइनें सिर्फ कागजों पर हैं। मैं चाहूंगा कि आप इसके बारे में सोचें। रेखाएँ कहाँ हैं?
सुनीता विलियम्स के अनुसार अंतरिक्ष के बारे में कुछ रोचक तथ्य :
हम शांत नहीं बैठ सकते थे। कपड़े को गीला करके हाथ-मुंह साफ करने के बाद मुझे वहां अजीब तरीके से खाना खाना पड़ा। सबसे मजेदार तो तब था जब हम सब फ्लाइंग डाइनिंग रूम में गए और फ्लाइंग फूड पैकेट पकड़े। मुझे अंतरिक्ष में अपने बालों में कंघी करने की भी जरूरत नहीं पड़ी। मेरे रोंगटे खड़े हो जाते थे। यह सब व्यवस्थित तरीके से करने की आदत डालना आसान नहीं था। यदि आप एक जगह काम करना चाहते हैं, तो आपको खुद को बेल्ट से बांधना होगा। आप इस तरह पेपर नहीं छोड़ सकते थे। यह मजेदार था, लेकिन साथ ही यह कठिन भी था।
लेखनीय
निम्नलिखित जगहों पर जाना हो तो तुम्हारा संपर्क किस भाषा से होगा लिखो :
चंडीगढ़ ______
उत्तर: हिंदी, पंजाबी, अंग्रेज़ी
अहमदाबाद ______
उत्तर: गुजराती, हिन्दी, अंग्रेजी
पुरी ______
उत्तर: ओड़िया
रामेश्वरम ______
उत्तर: तमिल
श्रीनगर ______
उत्तर: कश्मीरी, उर्दु
पेरिस ______
उत्तर: फ्रांसीसी
टोकियो ______
उत्तर: जापानी
ब्राजिल ______
उत्तर: पुर्तगाली
बीजिंग ______
उत्तर: बीजिंग भाषा
इजराइल ______
उत्तर: इब्रानि, अरबी
* सूचना के अनुसार कृतियाँ करो :-
(१) एक शब्द में उत्तर लिखो :
१. बेटे की मातृभाषा :
उत्तर: हिंदी
२. बेटे की शिक्षा की माध्यम भाषा :
उत्तर: अंग्रेजी
(२) संक्षेप में लिखो :
१. रमन के ‘जन्मदिन’ पर न जाने देने के बाद लड़के द्वारा किया गया विद्रोह :
उत्तर: लड़के ने जोर-जोर से लड़ना, जिद करना और रोना चिल्लाना शुरू कर दिया ।
२. नुक्कड़ की दुकान से घर लौटने पर बेटे द्वारा देखा दृश्य :
उत्तर: उसके पिता जी गलियारे में खड़े-खड़े दीवार से कोहनियाँ टिकाए नि:शब्द कातर हो रहे हैं ।
(३) कारण लिखो :
१. अंग्रेजियत वाले परिवारों के बच्चों का दबदबा रहता था –
उत्तर: अंग्रेजियत वाले परिवारों के बच्चों का दबदबा रहता था क्योंकि वे छोटी उम्र से ही धाराप्रवाह अंग्रेजी बोलते थे।
२. पिता जी झल्ला पड़ते थे –
उत्तर: पिता जी झल्ला पड़ते थे क्योंकि उनका बेटा ‘डोनेशन’ या सालाना जलसे आदि के लिए चंदे की छपी पर्चियाँ लाता था ।
३. लड़के की माँ उसे पढ़ा नहीं पाती थी –
उत्तर: लड़के की माँ उसे पढ़ा नहीं पाती थी क्योंकि बेटे की पढ़ाई का माध्यम अंग्रेजी था और माँ को अंग्रेजी नहीं आती थी ।
(४) ऐसे प्रश्न बनाओ जिनके उत्तर निम्न शब्द हों :
साइकिल
उत्तर: बेटा पिता के साथ किस पर बैठकर स्कूल गया था?
बेसब्री
उत्तर: पिता अपने बेटे रमन की वर्षगाँठ का कैसे इंतजार करते?
छपी पर्चियाँ
उत्तर: बेटा ‘डोनेशन’ या सालाना जलसे आदि के लिए चंदे की क्या लाता?
पारावार
उत्तर: माँ की खुशी का क्या न रहा?
(५) संजाल पूर्ण करो :
उत्तर:
भाषा बिंदु
पाठों में आए हुए उपसर्ग और प्रत्ययवाले शब्द ढूँढ़ो तथा उनके उपसर्ग/प्रत्यय अलग करके मूल शब्द लिखो ।
उपसर्ग मूल शब्द
उत्तर: लायक, सब्री, चैन, लास, गमन, साहसी, मान, कुल, वाक, बस ।
प्रत्यय के मूल शब्द
उत्तर: दहाड़, गरज, ढीठ, विद्रोह, घर, अंग्रेज, शाबाश, क्रोध, साल, खुश, बेसब्र, जादू, आसान, शत्रु, उमंग, शांत, परेशान, उपलब्ध, खुश, बाहर ।
उपयोजित लेखन
निम्न मुद्दों के आधार पर विज्ञापन लिखो :
स्थल/जगह, संपर्क, पुस्तक मेला, दिनांक, समय
उत्तर:
स्वयं अध्ययन
अब्राहम लिंकन द्वारा प्रधानाध्यापक को लिखे हुए पत्र का चार्ट बनाकर कक्षा में लगाओ ।
उत्तर: छात्रों को यह स्वयं करना चाहिए ।