पाठ ५ – मधुबन
साक्षात्कार साहित्य की एक प्रसिद्ध विधा है। इसमें साक्षात्कारकर्ता किसी प्रसिद्ध व्यक्ति से उसके जीवन, उसके कार्य क्षेत्र आदि से संबंधित प्रश्न पूछता है। प्रस्तुत पाठ में श्रेष्ठ साहित्यकार डॉक्टर रामकुमार वर्मा का साक्षात्कार लिया है जाने-माने लेखक अनुराग वर्मा ने पाठ में डॉक्टर साहब के बचपन, स्वतंत्रता आंदोलन में उनके योगदान, उनकी शिक्षा-दीक्षा, काव्य रचना की प्रेरणा, देश की राजनीति आदि से संबंधित उनके विचारों से पाठक अवगत होता है।
शब्दार्थ
संगोष्ठी – किसी विषय पर विशेषज्ञों का चर्चासत्र
तालीम – शिक्षा, उपदेश
मुहावरे
ज्वार उठना – विचारों की हलचल
वाक्य : पुलिस की मार खा कर अच्छे अच्छे मुजरीमो के ज्वार उठ जाते है।
सकते में आना – घबराना, अति भयभीत होना
वाक्य : बॉस ने राजू के काम से खुश होकर उसे गाडी गिफ्ट में दी तो वह सकते में आ गया।
मौलिक सृजन
‘कहानियों/कविताओं द्वारा मनोरंजन तथा ज्ञान प्राप्ति होती है,’ इसपर अपने मत लिखो।
उत्तर: कविताएँ और कहानियाँ एक ओर जहाँ पाठक और श्रोताओं का मनोरंजन करती हैं, दूसरी ओर ये ज्ञान- प्राप्ति का साधन भी हैं। कविताएँ हमारे मनोभावों को अभिव्यक्ति देती हैं। कवि और लेखक अपनी रचनाओं के विषय अपने आसपास के वातावरण से ही चुनते हैं। अतः इनके लेखन से हम समाज में होने वाले परिवर्तनों से परिचित होते रहते हैं। कहा जाता है कि साहित्य समाज का दर्पण है। अगर हम किसी काल विशेष के बारे में जानना चाहते हैं, तो तत्कालीन साहित्य उसका सर्वोत्तम स्त्रोत है। कवियों और लेखकों की कलम में अद्भुत शक्ति होती है। मध्यकाल में कबीर, रहीम, रैदास, गुरु नानक, सूरदास, तुलसीदास, मीरा आदि अनेक संतों और सुधारकों ने समाज सुधार के लिए कविता के माध्यम से ही अपने विचारों का प्रचार किया। इतिहास साक्षी है कि स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान अनेक लेखकों और कवियों ने विदेशी सत्ता के विरोध में जनमानस तैयार करने में बड़ा योगदान दिया। इस प्रकार हम कह सकते हैं कि कविताएँ और कहानियाँ मनोरंजन के साथ-साथ हमारा ज्ञानवर्धन भी करती हैं।
श्रवणीय
यू-ट्यूब पर संत कबीर के दोहे सुनो और सुनाओ।
उत्तर: छात्रों को यह स्वयं करना चाहिए।
संभाषणीय
‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ पर पथनाट्य प्रस्तुत करो।
उत्तर: छात्रों को यह स्वयं करना चाहिए।
लेखनीय
साक्षात्कार लेने के लिए किन-किन प्रश्नवाचक शब्दों का प्रयोग हो सकता है, सूची तैयार करो। प्रत्येक शब्द से एक-एक प्रश्न बनाकर लिखो।
उत्तर:
कक्षा ८ के छात्रों के लिए उनकी पढ़ाई के बारे में साक्षात्कार प्रश्न
१. आप वर्तमान में अपनी कक्षा में कौन से विषय पढ़ रहे हैं?
२. क्या आप मुझे हाल ही में सीखे गए किसी विषय के बारे में बता सकते हैं जो आपको दिलचस्प लगा?
३. आप पढ़ाई और अन्य गतिविधियों के बीच अपना समय कैसे प्रबंधित करते हैं?
४. क्या कोई विशेष विषय है जो आपको चुनौतीपूर्ण लगता है? आप इसे कैसे संभालते हैं?
५. क्या आपकी कोई पसंदीदा अध्ययन तकनीक या पद्धति है जो आपके लिए अच्छा काम करती है?
६. क्या आपने इस वर्ष शैक्षणिक रूप से अपने लिए कोई विशिष्ट लक्ष्य निर्धारित किए हैं?
७. कठिन अवधारणाओं को समझने में मदद के लिए आप किन संसाधनों का उपयोग करते हैं?
८. आप अपनी परीक्षा या मूल्यांकन के लिए कैसे तैयारी करते हैं?
९. क्या आप अपनी पढ़ाई से संबंधित कोई हालिया उपलब्धि या उपलब्धि साझा कर सकते हैं?
१०. क्या ऐसी कोई पाठ्येतर गतिविधियाँ हैं जो स्कूल में आपकी शिक्षा को पूरक बनाती हैं?
पठनीय
द्विभाषी शब्दकोश पढ़कर उसके आधार पर किसी एक पाठ का द्विभाषी शब्दकोश बनाओ।
उत्तर: छात्रों को यह स्वयं करना चाहिए।
स्वाध्याय
सूचना के अनुसार कृतियाँ करो :-
(१) संजाल पूर्ण करो :
उत्तर:
(२) कारण लिखो :
१. डॉक्टर साहब का राजनीति से दूर रहने का कारण
उत्तर: डॉक्टर साहब को राजनीति में कोई रुचि – नहीं थी। वे साहित्य चिंतन में विश्वास रखते थे।
२. डॉक्टर साहब का मध्यप्रदेश से उत्तर प्रदेश आने के लिए प्रेरित होने का कारण
उत्तर: डॉक्टर साहब मध्य प्रदेश से उत्तर प्रदेश आने के लिए प्रेरित हुए क्योंकि नागपुर विश्वविद्यालय में हिंदी विषय नहीं था।
(३) कृति करो :
उत्तर: पाठ में प्रयुक्त भूतपूर्व प्रधानमंत्रियों के नाम:
(१) जवाहरलाल नेहरू
(२) लालबहादुर शास्त्री
(३) इंदिरा गांधी
(४) मोरारजी देसाई
(४) कृति पूर्ण करो :
उत्तर:
भाषा बिंदु
निम्न शब्दों से कृदंत/तद्धित बनाओ :
मिलना, ठहरना, इनसान, शौक, देना, कहना, भाव, बैठना, घर, धन
(१) मिलना
उत्तर: मिलन
(२) ठहरना
उत्तर: ठहराव
(३) इनसान
उत्तर: इनसानियत
(४) शौक
उत्तर: शौकीन
(५) देना
उत्तर: देने वाला
(६) कहना
उत्तर: कहने वाला
(७) भाव
उत्तर: भावना
(८) बैठना
उत्तर: बैठक
(९) घर
उत्तर: घरेलू
(१०) धन
उत्तर: धनी
उपयोजित लेखन
अपने विद्यालय में आयोजित विज्ञान प्रदर्शनी के उद्घाटन समारोह का प्रमुख मुद्दों सहित वृत्तांत लेखन करो।
उत्तर:
विज्ञान प्रदर्शनी का उद्घाटन समारोह
२६ जनवरी २०१९ को ज्योतिबा फुले विद्यालय, नागपुर में एक विज्ञान प्रदर्शनी का उद्घाटन किया गया। इस प्रदर्शनी का आयोजन अंतरविद्यालय स्तर पर तीन दिनों के लिए किया गया था। विद्यालय के प्रवेश द्वार को रंग-बिरंगे फूलों से सजाया गया था। विद्यालय में उत्सव जैसा माहौल था। विद्यालय के बीस कक्षों में विज्ञान से संबंधित वस्तुएँ प्रसिद्ध वैज्ञानिकों के चित्र तथा अनेक वर्किंग मॉडल सजे थे। प्रदर्शनी का उद्घाटन नागपुर विश्वविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर विपिन आचार्य के द्वारा किया गया। सर्वप्रथम विद्यालय के कप्तान पल्लव भालेराव ने पुष्पहार पहनाकर उनका स्वागत किया। तदुपरांत विद्यालय के प्राचार्य श्री सलिल मोहिते ने डॉक्टर आचार्य का स्वागत करते हुए विज्ञान के क्षेत्र में उनके योगदान का उल्लेख किया। डॉक्टर आचार्य ने प्रथम कक्ष का रिबन काटकर प्रदर्शनी का विधिवत उद्घाटन किया। प्राचार्य जी तथा विज्ञान विभाग की अध्यक्षा श्रीमती नीता अवस्थी ने डॉक्टर आचार्य को प्रदर्शनी का एक-एक कक्ष दिखाया। प्रदर्शनी देखकर डॉक्टर आचार्य बहुत प्रसन्न हुए। उन्होंने सभी के प्रयासों की भूरि-भूरि प्रशंसा की।
स्वयं अध्ययन
अंतरजाल से डॉ. रामकुमार वर्मा जी से संबंधित अन्य साहित्यिक जानकारियाँ प्राप्त करो।
उत्तर: छात्रों को यह स्वयं करना चाहिए।