पाठ – पुनरावर्तन – ३
१. अनुस्वारवाले (-) शब्दों को सुनो, समझो और दोहराओ
अङ्क-अंक, चञ्चल चंचल, झण्डा झंडा, सुन्दर-सुंदर, मुम्बई- मुंबई, टंकी, पंख, पतंग, कंघी, कंचा, पंछी, अंजीर, झंझावात, घंटी, कंठ, डंडा, पंढरपुर, संत, पंथ, बंदर, कंधा, पंप, गुंफन, कंबल, खंभा ।
२. रास्ते में घायल पक्षी को देखकर तुम्हारे मन में कौन-से भाव आते हैं, बताओ।
उत्तर: खुले आसमान में उड़ने वाला पंछी हम सबको आकर्षित करता है। लेकिन कुछ लोग बडे निष्ठुर होते हैं जो उनको निशाना बनाते हैं। कुछ बच्चे गुलेल से निशानेबाजी का खेल खेलते हैं तो कुछ बच्चों की पतंगबाजी पंछियों को घायल कर देती हैं। उन सबके प्रति मन में क्रोध आता है। रास्ते में तड़पते पंछी के प्रति करुणा उमड़ आती है। उसका इलाज करने के लिए मन हमें प्रेरित करता है। पंछियों के डॉक्टर के पास उसे ले चलने को दिल कहता है। मन विद्रोह कर उठता है उन लोगों के खिलाफ जिन्होंने पंछी को इस तरह तड़पने पर मजबूर किया। मासूम पंछी बोल नहीं पाता तो क्या हुआ दर्द तो उसका हमसे कम नहीं। उसके दर्द को महसूस कर आँखें भर आती हैं।
३. पढ़ो, समझो और मोटे अक्षरों में लिखित शब्दों पर चर्चा करो।
(क) मैं पाँचवीं कक्षा में पढ़ रहा हूँ।
उत्तर: मैं और में अक्षर में फर्क हैं। “मैं” सर्वनाम है और “में” अधिकरण कारक का विभक्ति चिह्न है। दोनों का व्याकरण और अर्थ भिन्न हैं।
(ख) मृणाल ने पूछा, “उदय कहाँ गए थे?” उदय ने कहा, “मैं भोपाल गया था।”
उत्तर: “कहाँ” और लिखने में सिर्फ चाँद बिंदी का फर्क है लेकिन अर्थ में बड़ा अंतर है। जब “कहा” पर चाँद बिंदी लिखी गई है तो अर्थ होगा जगह के बारे में पूछा गया सवाल और “कहा” “कहाँ” क्रियाविशेषण अव्यय है। तो चाँद बिंदी न हो तो “कहा” का मतलब है कहना कहना क्रिया का भूतकाल का रूप कहा शब्द क्रिया है। मतलब एक अविकारी शब्द है तो दूसरा विकारी शब्द है।
(ग) रौनक बिल्ली की ओर लपका और वह भाग गई।
उत्तर: “ओर” शब्द और “और” शब्द लिखने में एक मात्रा का फर्क है और व्याकरण में ” ओर” संबंध सूचक अव्यय है तो “और” समुच्चयबोधक अव्यय है। “ओर” शब्द से संज्ञा सर्वनाम का अन्य शब्दों से संबंध स्थापित किया जाता है तो “और” शब्द दो शब्द या दो वाक्यों को जोड़ता है। दोनों अविकारी शब्द हैं।
(घ) राजू खेल रहा है। उसके साथी बैठे हैं।
उत्तर: है” और “हैं” में केवल बिंदी का फर्क है। दोनों क्रियाएँ हैं। बिंदी देने पर “है” क्रिया का वचन बदल जाता है। एकवचन में “है” और बहुवचन में “हैं” लिखा जाता है।
(ङ) सोहन की बिल्ली इतनी प्यारी है कि सब उसे उठा लेते हैं।
उत्तर: वाक्य में क ‘को’ छोटी इ और बडी ई की मात्रा देने पर क्या फर्क पड़ता है समझाया गया है। छोटी इ की मात्रा देने पर वह समुच्चय बोधक अव्यय बनता है और दो वाक्यों को जोड़ने के लिए काम आता है। बड़ी ई की मात्रा लगाने पर ‘की’ कारक विभक्ति बन जाता है और संबंध स्थापित करने का काम करता है।
४. उचित शब्द बनाकर लिखो।
ख आँ
उत्तर: आँख
न का
उत्तर: कान
ठहों
उत्तर: होंठ
जग का
उत्तर: कागज
टना घु
उत्तर: घुटना
रद बं
उत्तर: बंदर
त र भा
उत्तर: भारत
ई र पाचा
उत्तर: चारपाई
वली दीपा
उत्तर: दीपावली
ला शाठ पा
उत्तर: पाठशाला।
वालरी फु
उत्तर: फुवालरी
५. वर्ण के अवयवों का उपयोग करते हुए अपने मन से चित्र बनाओ ।
कृति / उपक्रम