पाठ ६ – जुड़ें हम
* सुनो और दोहराओ :
मुख्य लक्ष्य पर ध्यान लगाओ ।
प्र ह् ला द , वि द् या , चि न्ह ब ना ओ ।
१. पढ़ो
पाई हटाकर जुड़ें हम
ग्वाला
पुष्प
गुच्छा
डिब्बा
चप्पल
पत्थर
हल लगाकर जुड़ें हम
सि द् धू
द् वा र
ल ड् डू
ख ट् टा
बा ह् य
वा ङ् म य
२. मुखर वाचन करो और अनुलेखन करो :
सोआ, मेथी, पालक, चौलाई; हरी सब्जियाँ मन को भाएँ ।
बैंगन, कुम्हड़ा, लहसुन, प्याज, गाजर, मूली बहुत लुभाएँ ।
ककड़ी, मटर, आलू लाओ; लाल टमाटर को मित्र बनाओ ।
चुकंदर, भुट्टा, कद्दू खाओ; हर बीमारी को दूर भगाओ ।।
* सुनो और दोहराओ :
अक्खड़, फक्कड़, गफ्फार, उत्तम ।
अग्रसर महाराष्ट्र सर्वोत्तम ।
१. पढ़ो
आधे होकर जुड़ें हम
मक्खी
रफ्तार
शगुफ्ता
सिक्का
डॉक्टर
मुजफ्फर
विभिन्नता से जुड़ें हम :
दर्जी
इंद्रधनुष
मेट्रो रेल
गंधर्व
चंद्रमा
महाराष्ट्र
२. मौन वाचन करो और आपस में श्रुतलेखन करो :
१. सेवा डॉक्टर का कर्तव्य है ।
२. पौधे लगाओ, प्रदूषण हटाओ ।
३. राष्ट्रीय संपदा, स्वच्छ रखें सर्वदा ।
४. मक्खी, मच्छर भगाओ, रोग मिटाओ ।
५. रक्तदान – जीवनदान, नेत्रदान – श्रेष्ठ दान |
६. विश्वास रखो, अंधविश्वास नहीं ।
७. बेईमानी ठुकराओ, ईमानदारी अपनाओ ।
८. इंद्रधनुष के रंगों की तरह मिलकर रहो ।