पाठ १० – गड़ा धन
शब्दार्थ:
अल्हड़पन – मनमौजीपन
झिझकना – संकोच करना
हताश – निराश
निराई – खर-पतवार निकालने की क्रिया
सुनो, समझो और उत्तर लिखो :
(क) रामदीन परेशान क्यों था ?
उत्तर: रामदीन परेशान था क्योंकि उसके चारों बेटे बड़े आलसी थे और इधर-उधर बैठकर गप्पे मारा करते थे।
(ख) तीर्थयात्रा पर निकलने के समय रामदीन ने बेटों से क्या कहा ?
उत्तर: तीर्थयात्रा पर निकलते समय रामदीन ने बेटों से कहा कि उन्होंने खेत में धन गाड़कर रखा है और जरुरत पड़ने पर उसे निकालकर वे उपयोग कर सकते हैं।
(ग) चारों भाइयों को पिता जी की कौन-सी बात याद आई ?
उत्तर: खेत में जब नन्हे नन्हे अंकुर निकल आए तब चारों भाइयों के मन – में उत्साह जागा ।
(घ) चारों भाइयों के मन में उत्साह कब जागा ?
उत्तर: चारों भाइयों को पिता जी की ‘जरुरत पड़ने पर खेत में गड़ा धन निकाल लेना’ यह बात याद आई।