Maharashtra Board Textbook Solutions for Standard Eight

पाठ ५ - खेती से आई तब्‍दीलियाँ

शब्द वाटिका :

कस्बा – गाँव से बड़ी और शहर से छोटी बस्ती

चरागाह – जानवरों के चरने की जगह

 

मुहावरे

खाली हाथ रहना – पास में कुछ न होना 

वाक्य : इतिहास गवाह है की जिसने जुआ और दारू का सेवन किया है उनके हाथ खाली हो जाते है ।

 

सिर खपाना – बहुत बुद्‌धि लगाना 

वाक्य : प्रश्न पत्र में बहुत देर तक सिर खपाने के बाद गलती पकड़ी गई ।

 

पसीना बहाना – कड़ी मेहनत करना

वाक्य : इस काम को पूरा करने की लिए रामूने बहुत पसीना बहाया है।

पठनीय

बालवीर पुरस्‍कार प्राप्त बच्चों की कहानियाँ पढ़ो ।

उत्तर: देशभर में बच्चे इस तरह की बहादुरी के काम कर जाते हैं कि वैसे काम बड़े और समझदार लोग भी करने में एक बार हिचकीचा जाते हैं l भारत देश में बड़े-बड़े शहरों से लेकर छोटे-छोटे गाँव तक ऐसे बहादुर बच्चे हैं जो अपने वीरता से जाने जाते हैं l ऐसे ही बहादुर बच्चे की पहचान करने के बाद उनको वीरता पुरस्कार दिया जाता है l जिससे उनका उत्साह बना रहे और वह ऐसे काम करने में हिचकिचाये नहीं l ऐसे बच्चों को राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार देने के लिए चयनित किया जाता है l

 

एक कहानी :

बस में आग लगने से 40 लोगो को बचाया आदित्य के. :

परिषद का सबसे बड़ा सम्मान भारत अवार्ड केरला के ही रहने वाले आदित्य के. को प्रदान किया गया l आदित्य ने पर्यटकों से भरी एक बस में आग लग जाने पर बहादुरी दिखाते हुए, उस बस के शीशे तोड़कर ४० से ज्यादा लोगों की जिंदगी बचाई l आदित्य उस बस में सवार था और आग लगने के बाद बस का ड्राइवर बस छोड़ कर भाग गया था l यात्री धुआं भरने की वजह से चीख-पुकार करने लगे थे l ऐसे में आदित्य ने अपनी सूझबूझ दिखाते हुए बस के शीशे को तोड़ दिया l जिससे यात्री बाहर निकल पाए l भारत पुरस्कार के तहत परिषद की ओर से ₹५०,००० की राशि प्रदान की जाती है l

लेखनीय 

वन महोत्‍सव जैसे प्रसंग की कल्‍पना करते समय विशेष उद्धरणों, वाक्‍यों का प्रयोग करके आठ से दस वाक्‍य लिखो।

उत्तर: वन महोत्सव एक ऐसा पर्व है जिसमें व्यक्ति अपने स्वभाव के सम्बन्ध को और गहराई से समझता है। वन महोत्सव मनुष्य के लिए अन्य सभी त्योहारों से ऊपर होना चाहिए क्योंकि इसका मुख्य कारण जीवन में वनों का महत्व है। 

 

यदि वन नहीं होंगे तो पृथ्वी पर कोई विकास संभव नहीं है। हम कई पारिवारिक, सामाजिक, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय त्योहार मनाते हैं। उन त्योहारों से जुड़कर हम उनकी विशेषताओं को समझते हैं। आज के समय में मनुष्य अपने स्वार्थ में भूल कर अंधाधुंध वनों की कटाई से विकास का रास्ता बनाता है, लेकिन वनों की कटाई विकास का मार्ग नहीं है; यह नुकसान का मार्ग है। हम अन्न, वस्त्र, ईंधन आदि कहाँ से प्राप्त करेंगे? वनों के महत्व को जानते हुए भी हम उनके संरक्षण और संवर्धन में उतना योगदान नहीं दे पा रहे हैं, जितना जरूरी है। इसलिए, वन महोत्सव शुरू करके, हमारे पास वनों के संरक्षण के लिए अपना काम करने का अवसर है।

संभाषणीय

‘जय जवान, जय किसान’ नारे पर अपने विचार कक्षा में प्रस्‍तुत करो ।

उत्तर: बात सन् १९६५ की है। उत्तर पश्चिम सीमा पर स्थित हमारे पड़ोसी देश पाकिस्तान ने हमारे देश पर आक्रमण कर दिया। उस समय हमारे देश के प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री थे। भारतीय खून के प्यासे पाकिस्तानी सैनिकों ने सोचा था कि उन्हें निगलते देर नहीं लगेगी, लेकिन वे लोहे के चने निकले। उनकी रगों में देशभक्ति थी; अपने देश पर आए संकट की भयावहता का अनुभव करने के बाद उनकी देशभक्ति उबल पड़ी। उन्होंने देश में भावनात्मक एकता स्थापित करने के लिए “जय जवान, जय किसान” का नारा दिया। इस नारे का जादुई असर हुआ। भारतीय सैनिकों पर इसका इतना गहरा प्रभाव पड़ा कि उन्हें अपनी जान की परवाह ही नहीं रही, जिससे पाकिस्तानी सैनिकों में खटास आ गई और उनका घमंड जम गया। “जय जवान, जय किसान” हमारी जीत का नारा है। यह नारा राष्ट्रीय एकता का मंत्र है। यह हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है- एक सैन्य दृष्टिकोण से और दूसरा आर्थिक दृष्टिकोण से। जिस समय शास्त्री जी ने यह नारा दिया था, उस समय एक ओर उनके मन में देश की सैन्य शक्ति बढ़ाने और दूसरी ओर देश की आर्थिक स्थिति सुधारने का प्रश्न था।

श्रवणीय

रेडियो/दूरदर्शन पर जैविक खेती के बारे में जानकारी सुनो और सुनाओ ।

उत्तर: छात्रों को यह स्वयं करना चाहिए।

* सूचना के अनुसार कृतियाँ करो

(१) प्रवाह तालिका पूर्ण करो

IMG 20230320 162255 पाठ ५ – खेती से आई तब्‍दीलियाँ

उत्तर:

IMG 20230320 162313 पाठ ५ – खेती से आई तब्‍दीलियाँ

(२) कारण लिखो : 

अ. अनाज सुरक्षित रखना प्रारंभ हुआ ______

उत्तर: अनाज सुरक्षित रखना प्रारंभ हुआ क्योंकि अन्न की उपज इतनी हो जाती थी कि उसे एक दिन में नहीं ख़त्म किया जा सकता था ।   

 

ब. मनुष्‍य को रोज शिकार खेलना पड़ता ______

उत्तर: मनुष्य को रोज शिकार खेलना पड़ता क्योंकि पहले मनुष्य को खेती करनी नहीं आती थी और उसके लाभ से मनुष्य अंजान थे ।

 

क. दुनिया में गरीब आदमी हैं ______ 

उत्तर: दुनिया में गरीब आदमी है  क्योंकि वो मेहनत से अपना काम करते है । और जो लोग काम नहीं करते है, वो असल में अमीर और मालदार है । 

 

ड. लोग बैंक में रुपये रखते ______ –

उत्तर: लोग बैंक में अपना रुपया रखते है क्योंकि ये वो मालदार लोग है जो एक रुपया भी नहीं खर्चा करते है और काम एक पल का भी नहीं करते है ।

(३) उचित जानकारी लिखो :

काम का विभाजन इनमें हुआ

उत्तर: 

१. कुछ लोग खेती करते थे । 

२. कुछ लोग शिकार करते थे । 

(४) कृति पूर्ण करो :

उस जमाने में उसे अमीर कहा जाता था जिसके पास ____ थे

उत्तर: 

१. जिसके पास खेती किया हुआ बहुत सारा अन्न होता था । 

२. जिसके पास बहुत सारी गाये, भैंस हुआ करती थी । 

३. जिसके पास खूब सारी बकरियाँ रहा करती थी ।

४. जिसके पास बहुत सारे ऊंट और भेड़ रहा करते थे ।

भाषा बिंदु

(१) शब्‍द समूह के लिए एक शब्‍द लिखो :

क. जानवरों को चराने की जगह – ______

उत्तर: चरागाह

 

ख. जिनके पास बहुत से अतिरिक्‍त रुपये हैं – ______

उत्तर: मालदार

 

(२) वाक्‍य शुद्ध करके लिखो :

क. बड़े दुखी लग रहे हो क्‍या हुआ 

उत्तर: बड़े दुखी लग रहे हो, क्या हुआ?

 

ख. अरे रामू के बापू घोड़े बेचकर सो रहे हो 

उत्तर: अरे, रामू के बापू, घोड़े बेचकर सो रहे हो?

 

ग. तुम्‍हारे दाने कहा है

उत्तर: तुम्हारे दाने कहाँ है?

मौलिक सृजन

कृषि क्षेत्र में किए गए नये-नये प्रयोगों से होने वाले लाभ लिखो ।

उत्तर: हमारा देश एक कृषि प्रधान देश है, जहाँ सबसे ज्यादा खेती होती है और जहां आज कृषि के क्षेत्र में कई प्रयोग हो रहे हैं, जिससे कृषि उत्पादों में भी काफी मदद मिल रही है। आज जब पूरी दुनिया विकास की ओर बढ़ रही है तो कृषि क्षेत्र का पीछे रह पाना संभव नहीं है। कल जब बैलों और हल से खेती होती थी, जिसमें समय अधिक लगता था, आज वही खेती ट्रैक्टर से जल्दी से जल्दी पूरी हो जाती है। कल जो जमीन बंजर और बेजान हुआ करती थी, आज ऐसे उपकरण और खाद आ गए हैं कि बंजर जमीन पर एक लहलहाती फसल पैदा कर सकते हैं।

उपयोजित लेखन 

‘तंबाकू सेवन के दुष्‍परिणाम’ विषय पर लगभग सौ शब्‍दों में निबंध लिखो ।

उत्तर: तंबाकू से होने वाली कई बीमारियां हैं, जिनमें से कुछ बहुत जल्दी होती हैं और कुछ देर से होती हैं। जल्दी लगने वाले रोग और देर से होने वाले रोग दोनों ही हानिकारक होते हैं। यह कई चीजों को खराब करता है, सबसे पहले यह हमारे आंतरिक शरीर को और हमारे मानसिक संतुलन को भी खराब करता है। इसमें सबसे पहले यह हमारे दांतों को खराब करता है; दूसरे, यह अल्सर, मुंह के कैंसर, फेफड़ों के कैंसर और गुर्दे की क्षति जैसी बीमारियों का कारण बनता है; और अंत में यह मानव हृदय को नुकसान पहुंचाता है, जिससे दिल का दौरा पड़ने की संभावना बढ़ जाती है। इसे तुरंत रोकने की योजना बनाई जाए, जिसके लिए सरकार और राज्य सरकार को बैठकर चर्चा करनी चाहिए और इसे जल्द से जल्द बंद करना चाहिए। सिर्फ नियम बनाने से कुछ नहीं होता; उनका भी पालन किया जाना चाहिए। इसलिए सिर्फ बंद करने से, कहीं न बेचने से, या बनाने से ही कुछ नहीं होगा; इसकी बहुत बारीकी से देखभाल करनी होगी। जब तक यह बंद नहीं होगा, हमारे लोग इसे पीते रहेंगे। इसलिए इसे जल्द से जल्द बैन किया जाना चाहिए।

स्‍वयं अध्ययन 

पारंपरिक तथा आधुनिक कृषि प्रौद्‌योगिकी का तुलनात्‍मक चार्ट बनाओ ।

उत्तर:

परंपरिक कृषि प्रोध्योगिकी आधुनिक कृषि प्रोध्योगिकी
१. इसमें खेती स्वुपभोग के लिए होती थी।
१. आज खेती एक व्यावसायिक रूप में उपयोग होती है।
२. लोग खेत में हल और बैल से खेती करते थे।
२. आज सारी खेती मशीनों और ट्रैक्टर द्वारा होती है ।
३. लोग सिर्फ गोबर व सड़े पदार्थों को उर्वरक के रूप में उपयोग करते थे।
३. आज कृषि में ऐसे –ऐसे रासायनिक उर्वरक आए है कि उससे फसल उपजाऊ ही होती है।
४. एक खेत में कई लोग लगते थे।
४. आज सिर्फ एक मशीन से सब काम होता है ।
५. फसल कटाई के लिए श्रमिक लगते थे।
५. आज फसल की कटाई एक मशीन से हो जाती है ।
६. फसल की सफाई भी खुद करनी होती थी।
६. आज अनाज की सफाई भी मशीनों से साफ और शुद्ध होती है।
७. बंजर जमीन का इस्तेमाल नहीं हो पाता था।
७. आज सारी ज़मीनों के इस्तेमाल हो जाता है।