Maharashtra Board Textbook Solutions for Standard Eight

पाठ ३ - लकड़हारा और वन

शब्द वाटिका :

शर्त – बाजी 

बलि – आहुति, भेंट, चढ़ावा

 

मुहावरा :

१. हामी भरना – स्‍वीकार करना 

वाक्य: यदि काम समय पर न कर सको तो हामी मत भरना ।

 

२. घाेड़े बेचकर सोना – निश्चिंत होकर सोना

वाक्य: यहाँ शोर से मेरी रातों की नींद उड़ी रहती है और वहाँ मकान मालिक घोड़े बेच कर सोता रहता है ।

 

३. अपने पैरों पर कुल्‍हाड़ी मारना – खुद अपना नुकसान करना

उत्तर: अपने अधिकारी से झगड़ा करके उसने अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मार ली है।

मौलिक सृजन

‘प्रकृति हमारी गुरु’ विषय पर अपने विचार लिखो ।

उत्तर: प्रकृति का हर तत्व बहुत उपयोगी है, और यह हमें किसी न किसी रूप में सिखाती है। पेड़, सूरज, चाँद, फूल, बारिश, पहाड़, खेत और नदियाँ सभी प्रकृति में शामिल हैं; ये प्रकृति के महत्वपूर्ण घटक हैं। प्रकृति हमें बिना किसी अपेक्षा के दूसरों की मदद करना सिखाती है। नदी हमें सिखाती है कि हमें आगे बढ़ते रहना चाहिए और कठिन परिस्थितियों से अपना रास्ता निकालना चाहिए। पेड़ हमें आश्रय, ऑक्सीजन, भोजन और कई अन्य चीजें देते हैं। वे हमें उदार, धैर्यवान और क्षमाशील होना सिखाते हैं। चंद्रमा हमें कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी शांत रहना सिखाता है। सूरज हमें सत्ता की स्थिति में भी विनम्र रहना सिखाता है। इस प्रकार प्रकृति हमारे लिए सबसे अच्छी शिक्षक है।

 

श्रवणीय

विभिन्न अवसरों पर शाला में खेले जाने वाले नाटकों के संवाद ध्यान देते हुए सुनो ।

उत्तर: छात्रों को यह स्वयं करना चाहिए।

 

संभाषणीय

किसी भारतीय लोककथा की विशेषताओं के बारे में अपने सहपाठियों के साथ चर्चा करो ।

उत्तर: छात्रों को यह स्वयं करना चाहिए।

 

पठनीय

विभिन्न विधाओं से प्राप्त सूचनाओं, सर्वेक्षणों, टिप्पणियाें को पढ़कर उनका संकलन करो ।

उत्तर: छात्रों को यह स्वयं करना चाहिए।

 

लेखनीय

किसी लिखित सामग्री के उद्देश्य और उसके दृष्‍टिकोण के मुद्दाें को समझकर उसे प्रभावपूर्ण शब्‍दों में लिखो ।

उत्तर: छात्रों को यह स्वयं करना चाहिए।

संभाषणीय

‘इंद्रधनुष के सात रंग, रहें हमेशा संग-संग’ इस कथन के आधार पर कहानी बनाकर अपने सहपाठियों के सामने प्रस्‍तुत करो । 

उत्तर: एक बार एक बूढ़ा किसान था जिसके सात बेटे थे। वे हमेशा आपस में झगड़ते रहते थे। किसान बहुत दुखी हुआ। उसने उन्हें झगड़ा न करने की शिक्षा दी, परन्तु उन्होंने न मानी। एक दिन किसान बीमार पड़ा और उसका समय आ गया। उसने एक युक्ति निकाली और अपने सात पुत्रों को उसमें बुला लिया। उसने उन्हें लाठियों का गट्ठर दिया। उसने उनसे गठरी तोड़ने को कहा। लेकिन सातों में से कोई भी उस गठरी को नहीं तोड़ सका। अब पोटली खुल गई है। किसान ने अपने बेटों से एक-एक करके लाठी तोड़ने को कहा। प्रत्येक पुत्र ने लाठी को आसानी से तोड़ा। इस पर पिता ने पूछा, “बताओ, इससे तुम्हें क्या शिक्षा मिलती है?” तब बड़ा बेटा बोला, “पिताजी, हम समझ गए हैं कि एकता में बल होता है।” जब तक हम साथ हैं तब तक हमें कोई नहीं तोड़ सकता। जब हम अलग होते हैं तो हमारी शक्ति आधी हो जाती है। इसलिए पापा हम आपसे वादा करते हैं कि अब हम सात भाई हमेशा साथ रहेंगे, जैसे “इंद्रधनुष के सात रंग हमेशा साथ रहते हैं,” वैसे ही हमें भी साथ रहना चाहिए। इंद्रधनुष से हमें जो सीख मिलती है वह यह है कि एकता में बल होता है।

श्रवणीय

किसी समारोह का वर्णन उचित विराम, बलाघात, तान-अनुतान के साथ ‘एकाग्रता’ से सुनो और यथावत सुनाओ ।

उत्तर: 

आज हमारे मोहल्ले के खेल के मैदान को चारों तरफ से सजाया गया है। आज मोहल्ले की हर गली के दोनों ओर चूने की सफेद पट्टी लगा दी गई है। मोहल्ले के मुख्य द्वार पर लोहे का बड़ा दरवाजा बनाया गया है और उस पर एक पोस्टर भी लगाया गया है. 

 

उस पोस्टर पर बड़े-बड़े अक्षरों में ‘मुख्यमंत्री आपका स्वागत है’ लिखा हुआ है और पोस्टर के एक तरफ उनकी बड़ी सी तस्वीर है. उसी दरवाजे पर हमारे जिले और हमारे राज्य की पुलिस मुस्तैद खड़ी थी और सुरक्षा के सारे इंतजाम देख रही थी. गेट से अंदर घुसते ही नीचे जमीन पर हरा कालीन बिछा हुआ था और उसके दोनों ओर गमले लगे हुए थे। जमीन पर एक बड़ा सा मंच सजाया गया था, जहां मुख्यमंत्री के बैठने की व्यवस्था थी. मंत्री की कुर्सी के पास कुछ और कुर्सियाँ रखी थीं; मंच के नीचे की तरफ अन्य लोगों और हम सभी के बैठने के लिए कुर्सियाँ भी रखी हुई थीं और थोड़ी ही दूरी पर पास में ही जलपान की समुचित व्यवस्था थी।

* सूचना के अनुसार कृतियाँ करो :-

(१) संजाल पूर्ण करो :

IMG 20230320 161109 पाठ ३ – लकड़हारा और वन

उत्तर:

IMG 20230320 161125 पाठ ३ – लकड़हारा और वन

(२) संक्षेप में उत्‍तर लिखो :

१. पेड़ द्वारा दिया गया संदेश – 

उत्तर: कभी हरा-भरा पेड़ मत काटो। उन्हें अपने बच्चों के समान पालो।

 

२. भगवान की शर्त –

उत्तर: लकड़हरा हरे-भरे पेड़ नहीं काटेगा व लालच में पड़कर जरूरत से अधिक सूखी लकड़ी नहीं काटेगा।

 

३. पेड़ों के उपयोग –

उत्तर: शुद्ध हवा, पानी व भोजन प्रदान करना।

 

४. पेड़ों की कटाई के दुष्‍परिणाम –

उत्तर: पेड़ों की कटाई करने से वर्षा नहीं आएगी। वन्य जीवों का अस्तित्व खतरे में पड़ जाएगा। मनुष्य को शुद्ध हवा नहीं मिलेगी। मनुष्य का अस्तित्व खत्म हो जाएगा।

(३) कृति पूर्ण करो :

IMG 20230320 161136 पाठ ३ – लकड़हारा और वन

उत्तर:

IMG 20230320 161146 पाठ ३ – लकड़हारा और वन

भाषा बिंदु

(१) निम्‍न वृत्‍त में दिए संज्ञा तथा विशेषण शब्‍दों को छाँटकर तालिका में उचित स्‍थानों पर उनके भेद सहित लिखो :

नदी, पहाड़ी, चार किलो, वह लकड़हारा, ईमानदारी, गंगा, पानी, गरीबी, धनी, सीता, कोई, सभा, पालक, दस, चाँद

 

उत्तर:

संज्ञा भेद विशेषण भेद
नदी
जातिवाचक संज्ञा
पहाड़ी
गुणवाचक विशेषण
सीता
व्यक्तिवाचक संज्ञा
वह लकड़हारा
सार्वनामिक विशेषण
पानी
द्रव्यवाचक संज्ञा
चार किलो
परिमाणवाचक विशेषण
गरीबी
भाववाचक संज्ञा
दस
निश्चित संख्यावाचक विशेषण
ईमानदारी
भाववाचक संज्ञा
कोई
अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण
पालक
जातिवाचक संज्ञा
धनी
गुणवाचक विशेषण
गंगा
व्यक्तिवाचक संज्ञा
चाँदी
द्रव्यवाचक संज्ञा
सभा
समूहवाचक संज्ञा

(२) पाठ में प्रयुक्‍त कारक विभक्‍तियाँ ढूँढ़कर उनका वाक्‍यों में प्रयोग करो ।

उत्तर: 

कारक विभक्तियाँ वाक्य
ने
समर्था ने आदित्य से पुस्तक ली।
को
विजय को घर जाना है।
से
बालक कलम से लिखता है।
के लिए
मैंने उसके लिए खिलौने लाए।
का
वह अजय का बेटा है।
की
वह सीता की बेटी है।
के
वह किसान के बेटे हैं।
में
टोकरी में फल हैं।
पर
दरवाजे पर कोई तो आया है।

उपयोजित लेखन

किसी मराठी निमंत्रण पत्रिका का रोमन (अंग्रेजी) में लिप्यंतरण करो ।

उत्तर: 

मराठी निमंत्रण पत्रिका

तिलक मार्ग महाराष्ट्र साहित्य परिषदेच्या शेजारी आम्ही एक छोटे कार्यालय उभारले आहे. या कार्यालयाच्या वास्तुशांतीचा समारंभ १६ दिसंबर रोजी आम्ही करणार आहोत. त्या निमित्ताने सत्यनारायणाची पूजा या नव्या कार्यालयात करण्याचे आम्ही योजिले आहे. तरी आपण या दिवशी सायंकाळी ४ ते ७ या वेळात येऊन नव्या कार्यालयास भेट द्यावी व तीर्थप्रसाद घेऊन जावे अशी आमची आग्रहाची विनंती आहे. नव्या कार्यालयासचा पत्ता खाली दिलाच आहे, कळावे.

 

आपला, 

राज शिंदे

 

पत्ता – वरुण प्रासाद,

          १५ / बी, तिलक मार्ग 

          महाराष्ट्र, पुणे.

अंग्रेजी लिप्तयंतरण

We have set up a small office next to Maharashtra Sahitya Parishad on Tilak Marg. We are going to do the Vaastu Shanti ceremony of this office on 16th December. On this occasion, we have planned to worship Satyanarayana in this new office. However, we strongly request you to visit the new office between 4 pm and 7 pm on this day and take Tirthaprasad. The address of the new office is given below. 

 

Yours, 

Raj Shinde 

 

Address – Varun Prasad,

                  15/B, Tilak Marg,

                  Maharashtra, Pune.

स्‍वयं अध्ययन

किसानों के सामने आने वाली समस्‍याओं की जानकारी प्राप्त करके उन समस्‍याओं को दूर करने हेतु चर्चा करो ।

उत्तर: किसानों के सामने आने वाली समस्याओं की जानकारी प्राप्त करके उन समस्याओं को दूर करने हेतु उपाय

१. किसानों को सरकारी योजनाओं का पूरा लाभ मिलना चाहिए।

२. भारतीय सरकार को किसानों को प्रशिक्षित करने की उचित व्यवस्था करनी चाहिए। जिससे वह कर लेते समय लिखा पढ़ी कर सकें।

३. किसानों को कर्ज देने वाले बैंकों की जानकारी होनी चाहिए।

४. किसानों को कम ब्याज दरों पर कर्ज लेकर कृषि करने की सुविधा देनी चाहिए।

५. लघु उद्योगों के बारे में किसानों को जागरूक करना चाहिए।

६. किसानों की आर्थिक सहायता करनी चाहिए।

७. किसानों द्वारा उगाए गए अन्न की उचित कीमत दिलाने का प्रयास करना चाहिए।