तुम्हारा छोटा भाई प्रथम सत्रांत परीक्षा में अनुत्तीर्ण हुआ है। उसे आश्वासन देते हुए पत्र लिखो।
३६, आनंद-मंगल,
शुक्रवार पेठ,
पुणे – ४११ ००२
५ नवंबर, २०१९
प्रिय निखिल,
सदा खुश रहो।
कल ही पिता जी का पत्र मिला। उससे पता चला कि प्रथम सत्रांत परीक्षा में तुम दो विषयों में अनुत्तीर्ण हुए हो। गणित और विज्ञान तुम्हारे प्रिय विषय है और उनमें तुमने अच्छे अंक प्राप्त किए हैं। अन्य विषयों में भी तुम्हारा परिणाम संतोषजनक है, लेकिन इतिहास एवं भूगोल में तुम अनुत्तीर्ण हुए हो, यह दुःख की बात है।
परीक्षा से कुछ दिन पहले तुम बीमार हो गए थे। उसका यह परिणाम है। अब तुम मन लगाकर पढ़ाई करो। निराश होकर बैठे रहने से काम नहीं चलेगा।
मुझे उम्मीद है कि दूसरी सत्रांत परीक्षा में तुम्हें अच्छी सफलता मिलेगी।
माता जी एवं पिता जी को सादर प्रणाम। मुन्नी को बहुत-बहुत प्यार।
तुम्हारा भाई,
राहील
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