पढ़ाई का महत्त्व समझाते हुए अपने छोटे भाई को पत्र लिखिए।

७६२, सरस्वती विहार,

दिल्ली – ११० ०३४

२५ जून, २०२४

 

प्रिय भाई सागर,

शुभाशीष।

कल ही तुम्हारा पत्र प्राप्त हुआ। उसे पढ़कर मुझे ऐसा आभास हुआ कि आजकल तुम्हारा ध्यान पढ़ाई की ओर न होकर दूरदर्शन और सिनेमा की ओर अधिक है जिसका प्रभाव तुम्हारी पढ़ाई पर पड़ सकता है।

 

आज के युग में डॉक्टर, इंजीनियर अथवा उच्च पद के लिए अधिक परिश्रम की आवश्यकता है। अतः मेरा तुमसे अनुरोध है कि तुम दूरदर्शन या अन्य कार्यक्रमों से ध्यान हटाकर पढ़ाई के महत्त्व को समझने का प्रयास करो और अधिक से अधिक मेहनत करके परीक्षा में अच्छे अंक लाओ। इसी से तुम्हारा भविष्य उज्ज्वल हो सकता है। अंत में मेरी शुभकामनाएँ और प्यार। माता-पिता को मेरा प्रणाम।

 

तुम्हारी बहन,

रीता

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