कक्षा में प्रथम आने पर अपने मित्र या सहेली को बधाई-पत्र लिखो।
‘स्वावलंबन’ दूसरी मंजिल,
मामलतदार वाडी,
मालाड (पश्चिम),
मुंबई – ४०० ००६
१० जून, २०२४
प्रिय सुधांशु,
सप्रेम नमस्ते।
पिताजी के पत्र से मालूम हुआ कि तुम वार्षिक परीक्षा में अपनी कक्षा में प्रथम आए हो। हम सभी की ओर से तुम्हें बधाई। भविष्य में भी ऐसी ही सफलता के लिए हमारी शुभकामनाएँ।
तुम हमेशा मेहनत से पढ़ाई करते रहे हो। तुम सभी काम नियम से ठीक वक्त पर करते हो। कभी अपना समय व्यर्थ नहीं गँवाते। तुम्हारा स्वभाव नम्र और व्यवहार कोमल है। इसीलिए बड़ों का आशीर्वाद और सबका स्नेह तुम्हें आसानी से मिल जाता है। दूसरे विद्यार्थी तुमसे प्रेरणा लेते हैं। हमें तुम पर अभिमान है। एक बार फिर बधाई।
तुम्हारा प्रिय मित्र,
दिवाकर
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