अपनी पढ़ाई के बारे में जानकारी देते हुए अपने पिताजी को पत्र लिखो।

लिबर्टी गार्डन,

मालाड (पश्चिम),

मुंबई – ४०० ०६४

१५ जुलाई, २०२४

 

पूज्य पिताजी,

सादर चरणस्पर्श।

आपका ५ जुलाई का पत्र मिला। आपको स्वस्थ और सानंद जानकर हम सभी को बड़ी खुशी हुई।

 

आपको मेरी पढ़ाई की चिंता रहती है, इसलिए इस पत्र में मैं अपनी पढ़ाई के बारे में लिख रहा हूँ। प्रतिदिन कक्षा में जो पढ़ाया जाता है, शाम को मैं उसे घर पर दोहरा लेता हूँ। दूसरे दिन जो कुछ पढ़ाया जानेवाला होता है, उसे भी एक बार देख लेता हूँ। आपकी आज्ञा के अनुसार गणित और अँग्रेजी की पढ़ाई के लिए अधिक समय देता हूँ। अब इतिहास और भूगोल के अध्यापक भी मेरे उत्तरों से खुश रहते हैं। मैंने प्रथम सत्र की परीक्षा को ध्यान में रखकर अभी से नियमपूर्वक पढ़ाई शुरू कर दी है।

 

कक्षा में दिया हुआ गृहकार्य पूरा कर लेने के बाद मैं अच्छी-अच्छी किताबें भी पढ़ता रहता हूँ। इससे मेरा भाषा-ज्ञान और सामान्य ज्ञान बढ़ता है। आपकी आज्ञा के अनुसार अँग्रेजी और हिंदी के शब्दकोश सदा अपनी मेज पर ही रखता हूँ। मुझे पूरी आशा है कि मेरी आगामी परीक्षाओं के परिणाम से आप खुश होंगे।

 

हम सभी का प्रणाम स्वीकार करें। माताजी आपको बहुत याद कर रही हैं। समय निकालकर अवश्य यहाँ आने की कृपा करें।

 

आपका आज्ञाकारी पुत्र,

नितेश

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