हिंदी निबंध लेखन

MIDDLE SCHOOL LEVEL (For Class 5 to 7)

यदि बरसात न होती...

यदि बरसात न होती...

बरसात में बादल बरसते हैं। उनसे हमें पानी मिलता है। पानी के बिना हमारी कठिनाइयों का पार न रहता।

 

यदि बरसात न होती तो नदियाँ, झीलें, तालाब सब सूखे पड़े रहते। पहाड़ों से गिरते हुए सुंदर झरने न होते। मनुष्य, पशु, पक्षी सब प्यास के मारे तड़पने लगते।

 

यदि बरसात न होती, तो धरती वीरान हो जाती। हरियाली का नामोनिशान मिट जाता। पानी न मिलने से पेड़-पौधे उगते ही नहीं। बागों में फूल न खिलते। खेतों में हरी-भरी फसलें न होतीं, हमें स्वादिष्ठ फल खाने को न मिलते।

 

बरसात न होती तो न सावन में झूले पड़ते, न मोर नाचते, न मेढक टर्राते । धरती पर जीवन की चहल-पहल ही न होती। दुनिया की यह सारी सुंदरता वर्षा का ही चमत्कार है।

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