हिंदी निबंध लेखन

MIDDLE SCHOOL LEVEL (For Class 5 to 7)

मेरा प्रिय पक्षी - मोर

मेरा प्रिय पक्षी मोर मेरा प्रिय पक्षी - मोर

दुनिया में एक से बढ़कर एक सुंदर पक्षी हैं। इन पक्षियों में मोर मुझे सबसे अधिक प्रिय है।

 

मोर एक शानदार पक्षी है। उसके लंबे और रंगबिरंगे पंख बहुत सुंदर लगते हैं। उसकी गरदन ऊँची और नीली होती है। उसके सिर पर सुंदर कलगी मुकुट-सी लगती है।

 

मोर बाग-बगीचों, नदियों के आसपास और जंगलों में रहता है। उसे हरियाली बहुत पसंद है। वर्षा ऋतु में आकाश में काले-काले बादलों को देखकर मोर पंख फैलाकर खुशी से नाच उठता है। तब वह बहुत ही सुंदर लगता है।

 

साँप, मेढक और चूहे आदि मोर का प्रिय आहार है। मोर खेत की फसल को चूहों से बचाता है। इसलिए वह किसानों का मित्र है। मोर विद्या की देवी सरस्वती का वाहन है। मोर भारत का राष्ट्रीय पक्षी है।

मोर भारत का राष्ट्रीय पक्षी है। प्रकृति ने इसे बहुत सुंदर और आकर्षक बनाया है। भगवान श्रीकृष्ण हमेशा अपने सिर पर मोरपंख धारण करते थे।

 

मोर के सिर की कलँगी और उसके रंग-बिरंगे घने पंखों की छटा निराली होती है। वह अनोखी शान के साथ चलता है। वह कभी-कभी अपनी मस्ती में नाचने लगता है। नाचते समय उसके फैले हुए पंखों की शोभा देखते ही बनती है। उसकी बोली बहुत मधुर होती है। वह उमंग में आकर ‘टेहूँ’ ‘टेहूँ’ की आवाज लगाने लगता है। हरे-भरे वृक्षों के बीच मोर और भी प्यारा लगता है। लोग उसके पंख सँभालकर रखते हैं। कुछ लोग मोर के पंखों से सुंदर पंखे भी बनाते हैं।

 

मोर को वर्षाऋतु में विशेष आनंद मिलता है। वह हरे-भरे जंगल में घूमता रहता है। बादलों को देखकर उसकी उमंग बढ़ जाती है। फिर वह थिरकने लगता है।

 

मोर बहुत ऊँचाई तक नहीं उड़ सकता। उसकी चाल भी तेज नहीं होती। फिर भी, वह साँप को पकड़ लेता है और देखते-देखते ही उसका काम तमाम कर देता है। 

 

मोर को मारना अपराध है। उद्यानों में उसका संरक्षण किया जाता है।

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