हिंदी निबंध लेखन

MIDDLE SCHOOL LEVEL (For Class 5 to 7)

मेले में एक घंटा

मेले में एक घंटा

मेला सभी देखना चाहते हैं। दूर से ही उसकी चहल-पहल देखकर वहाँ जाने का मन हो जाता है। मेले में बच्चों और स्त्रियों की विशेष रुचि होती है। मेले में  बच्चों  का मूल आकर्षण झूले होते हैं। मुझे भी तेज और ऊँचे झूलों  पर बैठना बहुत पसंद  है। रंग बिरंगे खेलों के स्टॉल हमारी दूसरी पसंद हैं।

 

एक बार मैं माँ के साथ मेला देखने गया था। वहाँ मुझे बहुत आनंद आया। मेले में मुझे तरह-तरह के सुंदर दृश्य देखने को मिले।बंदूक से जो गुब्बारे फोड़ने वाला खेल है वो मुझे बहुत भाता है, फिर सामने पड़ी वस्तुओं में रिंग फेंकना और उन्हें जीतने में भी बड़ा मज़ा आता है। शीशे के घर में चारों ओर खुद को देखना बड़ा रोमांचक लगता है। मौत के कुएं में बाइक चलाता व्यक्ती किसी सुपरमैन से कम नहीं लगता है। विशाल पहिया पर बैठना हर एक के बस की बात नहीं है, कितनों की चीखें निकालती देखी हैं मैं ने, परंतु मैं इस पर बैठने में उस्ताद हूँ।

 

मेले में लोग रंग-बिरंगे कपड़ों में सजधजकर आए थे। वहाँ बहुत-सी दुकानें लगी हुई थीं। उनमें तरह-तरह की चीजें सजी हुई थीं। कपड़ों और बर्तनों की दुकानों को देखते-देखते हम खिलौनों की दुकानों के पास पहुँचे। वहाँ छोटे-छोटे बच्चों की भीड़ लगी हुई थी। मैंने भी कुछ खिलौने खरीदे। अब मेरा ध्यान मिठाइयों की दुकानों पर गया। वहाँ जाकर हमने थोड़ी-सी मिठाइयाँ खरीदीं। दूसरी दुकान से हम ने नमकीन और समोसे भी खरीदे। 

 

मेले में हमने जादूगर के खेल भी देखे। हमें बड़ा मजा आया। इसके बाद मैंने थोड़ी देर तक मेले का आनंद लिया। इस प्रकार, मेले में घूमते घूमते एक घंटा बीत गया और हम घर लौट आए।

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