हिंदी निबंध लेखन

MIDDLE SCHOOL LEVEL (For Class 5 to 7)

गणतंत्र दिवस

गणतंत्र दिवस

१५ अगस्त, १९४७ को हमारा देश अँग्रेजों की गुलामी से आजाद हुआ था। २६ जनवरी, १९५० को देश में जनता के शासन का आरंभ हुआ था। जनता के शासन को ‘गणतंत्र’ कहते हैं। इसलिए २६ जनवरी हमारा गणतंत्र दिवस है।

 

२६ जनवरी को सार्वजनिक छुट्टी रहती है। देश के प्रत्येक गाँव और शहर में ध्वज-वंदन के कार्यक्रम होते हैं। लोग बड़े उत्साह से ध्वज-वंदन के कार्यक्रमों में भाग लेते हैं। वे बड़े भाव से राष्ट्रगान गाते हैं। विद्यालयों और महाविद्यालयों में विविध कार्यक्रम होते हैं।

 

गणतंत्र दिवस की पूर्वसंध्या को हमारे राष्ट्रपति राष्ट्र के नाम संदेश देते हैं । २६ जनवरी की सुबह देश की राजधानी दिल्ली में राष्ट्रपति की भव्य सवारी निकलती है। सेना की भव्य परेड होती है। राष्ट्रपति परेड की सलामी लेते हैं। इस अवसर पर हवाई सेना के जवान अपने अनोखे करतब दिखाते हैं।

 

२६ जनवरी हमारा राष्ट्रीय त्योहार है।

१५ अगस्त, १९४७ को हमारा देश अँग्रेजों की गुलामी से आजाद हुआ। २६ जनवरी, १९५० को हमारे देश में अपना नया संविधान लागू हुआ। इस दिन भारत को स्वतंत्र, सार्वभौम गणतंत्र घोषित किया गया। इसीलिए हम हर वर्ष २६ जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाते हैं। यह हमारा राष्ट्रीय पर्व है।

 

२६ जनवरी की सुबह जगह-जगह ध्वज-वंदन किया जाता है। लोग तिरंगा झंडा फहराते हैं और उसका अभिवादन करते हैं। इस अवसर पर राष्ट्रध्वज की महिमा में झंडा-गीत गाया जाता है। इस दिन सार्वजनिक छुट्टी रहती है। इसलिए लोग गणतंत्र दिवस के सभी कार्यक्रमों में उत्साह के साथ भाग लेते हैं।

 

२५ जनवरी की शाम को हमारे देश के राष्ट्रपति राष्ट्र के नाम संदेश देते हैं। उनका संदेश आकाशवाणी और दूरदर्शन पर प्रसारित किया जाता है। २६ जनवरी को सबेरे ‘राष्ट्रगान’ के स्वरों और ‘जयहिंद’ के नारों से लोगों के हृदय में देशप्रेम की लहरें उठने लगती हैं। इस दिन शाम को संगीत, नृत्य, कवि-सम्मेलन, मुशायरा आदि विविध समारोहों की धूम मच जाती है।

 

देश प्रेम में लीन गीत हर जगह बजाय जाते हैं लुहारों और तिरंगा लगा कर इस पर्व को लोग एक त्योहार की तरह मानते हैं।

 

देश की राजधानी दिल्ली में सैनिक परेड होती है। राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की राजधानियों में भी सैनिक परेडें होती हैं। दूर-दूर से लोग इन्हें देखने आते हैं। सरकारी और गैरसरकारी इमारतों पर रोशनी की जाती है। शाम होते ही लोग रोशनी देखने निकल पड़ते हैं।कई जगह रोड शो के द्वारा देश प्रेम की भावना लोगों में उत्पन्न की जाती है।

 

२६ जनवरी का दिन हमें देशभक्ति की प्रेरणा देता है। यह हमें देश के लिए त्याग और बलिदान करने का संदेश देता है।यह राष्ट्रीय पर्व पूरे देश में हर्ष- उल्हास के साथ मनाया जाता है।

 

हम उत्सुकतापूर्वक इस राष्ट्रीय पर्व की प्रतीक्षा करते रहते हैं।

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