निबंध लेखन

Middle School Level

एक सैनिक की आत्मकथा

एक सैनिक की आत्मकथा

मैं एक सैनिक हूँ। यह मेरा भाग्य है कि मुझे देश की सेवा करने का मौका मिला है।

 

मेरा जन्म कोल्हापुर में हुआ था। वहीं के एक विद्यालय से मैंने एस.एस.सी. की परीक्षा पास की। पढ़ने-लिखने में मैं अच्छा था। परंतु मेरी विशेष रुचि खेलों में थी। खेलों में मेरी कुशलता से हमारे व्यायाम शिक्षक बहुत प्रभावित हुए। उन्होंने मुझे सैनिक बनने की प्रेरणा दी।

 

साक्षात्कार में मैं चुन लिया गया। प्रशिक्षण केंद्र में मैंने तरह-तरह के हथियार चलाना सीखा। वहाँ से मुझे देश की पश्चिमी सीमा पर भेजा गया। जब शत्रु ने देश पर हमला किया तो अपने साथियों के साथ मिलकर मैंने उसका डटकर सामना किया।

 

आज भी मैं अपने देश की रक्षा कर रहा हूँ। मेरा काम कठिन है, लेकिन मुझे उस पर गर्व है।

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