पाठ १ – उपयोग हमारे
डाकघर
उत्तर: इस चित्र-पाठ में एक डाकघर का दृश्य दिखाया गया है। डाकघर में अनेक स्त्री, पुरुष व बच्चे दिखाई दे रहे हैं। डाकघर के प्रवेश द्वार के लिखने के लिए कर सकते हैं। पास एक बड़ी मेज रखी है। डाकघर में आने वाले लोग इस मेज का प्रयोग सामने कई काउंटर बने हैं। एक काउंटर बचत खाते के लिए है। यहाँ डाकघर बचत योजना के अंतर्गत खाता खुलवाया जा सकता है। दूसरा काउंटर मनीऑर्डर के लिए है। यहाँ मनीऑर्डर द्वारा देश में कहीं भी पैसे भेजे जा सकते हैं। तीसरा काउंटर रजिस्ट्री और डाक टिकट के लिए है। रजिस्ट्री से भेजी जाने वाली डाक यहाँ दी जाती है।
यहाँ अलग-अलग मूल्यों के डाक टिकट मिलते हैं। डाकघर में पुरुष और महिला कर्मचारी काम करते हैं। अधिकांश काम कंप्यूटर से होता है। डाकघर में स्वच्छ वातावरण के लिए कूड़ेदान है। गमलों में पौधे लगे हैं। जगह-जगह सूचनापट्ट लगे हैं, जिन पर सूचनाएँ लिखी हैं। जैसे- बचत आपकी, प्रगति देश की ।
हम आपकी आवश्यकता समझते हैं। एक अन्य सूचनापट्ट लगा है, जिस पर प्रतिदिन की महत्त्वपूर्ण सूचनाएँ लगाई जाती हैं। ग्राहकों की सुविधा के लिए दीवारघड़ी लगी है। आग बुझाने के लिए अग्निशमन यंत्र लगा है।
बैंक
उत्तर: इस चित्र-पाठ में एक बैंक का दृश्य दिखाया गया है। बैंक में अनेक स्त्री, पुरुष व बच्चे दिखाई पड़ रहे हैं। प्रवेश द्वार के पास ही खाकी गणवेश में कंधे पर बंदूक टाँगे हुए एक चौकीदार खड़ा है। वह के लिए तैनात है। प्रवेश द्वार के पास ही पूछ-ताछ के लिए एक काउंटर है। बैंक की विभिन्न योजनाओं और अलग-अलग विभागों के बारे में यहाँ जानकारी मिलती है।
बैंक में अनेक काउंटर हैं – कैशियर, बचत खाता आदि। यहाँ बैंक बचत योजना के विषय में जानकारी प्राप्त होती है।
बैंक में मैनेजर का अलग कक्ष होता है। मैनेजर बैंक का सबसे महत्त्वपूर्ण व्यक्ति होता है। मैनेजर के कक्ष के बाहर एक ए.टी.एम. मशीन रखी है। इसमें से पैसे निकाले जा सकते हैं।
यह बैंक की एक आधुनिक शाखा प्रतीत होती है। यहाँ सभी काम कंप्यूटर पर किए जा रहे हैं।